हरसिमरत कौर, कुछ नेताओं ने पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल से बगावत कर दी है। ऐसे में बठिंडा सांसद हरसिमरत कौर बादल, शिअद नेत्री, ने कहा कि अकाली दल के सभी नेता एकजुट हैं। कुल 117 नेताओं में से केवल 5 नेता पार्टी प्रमुख के खिलाफ हैं जबकि 112 नेता पार्टी और सुखबीर बादल के साथ खड़े हैं।
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल में चल रही आंतरिक विवाद को लेकर बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर ने एक बयान दिया है। नई दिल्ली में उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल एकजुट है और सभी 112 नेता, सिवाय पांच के, सुखबीर सिंह बादल के साथ हैं।
हरसिमरत कौर ने बताया कि बीजेपी के कुछ पिट्ठू शिरोमणि अकाली दल (SAD) को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वे वैसा ही करना चाहते हैं, जैसा उन्होंने महाराष्ट्र में किया था।
अकाली दल के सभी नेता एक साथ काम कर रहे हैं। 117 नेताओं में से केवल पांच सुखबीर बादल के खिलाफ हैं, जबकि 112 नेता सुखबीर बादल और पार्टी के पक्ष में हैं।
अकाली दल में उठे बागियों के सुर
लोकसभा चुनाव में अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ बगावत तेज हो गई है। पार्टी में असंतुष्ट समूह ने जालंधर में अलग बैठक कर विद्रोह की घोषणा की है। बीते दिन जालंधर में बागी नेताओं ने घंटों बैठक की। सुखबीर सिंह ने प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा से लोकसभा चुनाव में हार का कारण पूछा है। अन्य नेता भी सुखबीर के खिलाफ नारे लगाए।
हमें थोड़ा अधिक समय मिला: श्री हरसिमरत कौर
पंजाब से अकाली दल की इकलौती सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी होने के कारण हमें संसद में थोड़ा अधिक समय मिला।
उनका कहना था कि क्षेत्रीय पार्टी की इकलौती सांसद होने के नाते, मैं पंजाब और पंजाबियों की आवाज उठाने के लिए यहां खड़ा हूँ और उम्मीद करती हूं कि स्पीकर ओम बिरला, छोटी पार्टियों की देखभाल करें और उनके लिए अवसर और आरक्षण दें। उन्होंने कहा कि हमें थोड़ा अतिरिक्त समय देकर प्रिंसिपल ऑफ डेमोक्रेसी को जिंदा रखें।