क्या है Disease X? ये अज्ञात वायरस कोरोना से दोगुना खतरनाक है!
कोरोनावायरस के नुकसान से अभी उबर ही नहीं पाए थे कि वैज्ञानिकों को एक नए वायरस की चिंता हो गई है। इसका नाम Disease Xहै। (Disease X).
Disease X महामारी
कोरोनावायरस के नुकसान से अभी उबर ही नहीं पाए थे कि वैज्ञानिकों को एक नए वायरस की चिंता हो गई है। इसका नाम Disease X है। माना जाता है कि यह कोरोना से भी दोगुना खतरनाक हो सकता है, हालांकि यह अभी तक सामने नहीं आया है।
दावोस में इस समय वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) में दुनिया भर से कई प्रमुख नेता इकट्ठा हुए हैं। वे भविष्य की महामारी ‘Disease X’ पर चर्चा करने को तैयार हैं। डॉ. टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख, हेल्थ एक्सपर्ट और उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ ‘डिजीज एक्स की तैयारी’ पर चर्चा करने वाले एक पैनल का नेतृत्व करेंगे। भविष्य में किसी गंभीर महामारी से बचने के लिए वैक्सीन और दवा उपचार जैसे प्लेटफॉर्म तकनीकों का विकास करना इसका मुख्य उद्देश्य है।
बीमारियों की लिस्ट तैयार
2014-2016 में पश्चिम अफ्रीका में हुई इबोला महामारी के बाद, Disease X की तैयारी शुरू हुई। बाद में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना, क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक फीवर, इबोला वायरस रोग और मारबर्ग वायरस रोग, लासा फीवर, मध्य पूर्व श्वसन सिंड्रोम (MERS) और सार्स, निपाह और हेनिपावायरल रोग, रिफ्ट वैली बुखार, जीका और डिजीज एक्स को प्राथमिक बीमारियों की सूची बनाई। इसका उद्देश्य समय पर हस्तक्षेप नहीं करने से इबोला के प्रकोप में हुई देरी से बचने के लिए अनुसंधान और विकास में तेजी लाना है।
कोएलिशन फॉर एपिडेमिक प्रीपेयर्डनेस इनोवेशन (CEPI) का हिस्सा रहे शोधकर्ता तेजी से प्रतिक्रिया वैक्सीन प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, जो एक महामारी की पहचान के 100 दिनों के भीतर नए टीकाकरण बनाने की अनुमति देता है।
Disease X क्या है?
डिजीज एक्स नामक वायरस एक गंभीर महामारी को जन्म दे सकता है। यह एक अज्ञात रोगजनक है (वह चीज जिससे कई बीमारियां होती हैं), इसलिए वैज्ञानिकों को यह नहीं पता है कि यह क्या है या कैसे फैलता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जानवरों से मनुष्यों में यह तेजी से फैल सकता है।
Disease X के लिए तैयारी की आवश्यकता क्यों है?
विज्ञान एक्स की तैयारी महत्वपूर्ण है क्योंकि हम नहीं जानते कि यह कब होगा। लेकिन अगर हम तैयार हैं, तो हम एक और विश्वव्यापी महामारी को रोकने में मदद कर सकते हैं।