पंजाब

मिशन रोजग़ार : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 457 कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे

मिशन रोजग़ार: दो सालों में मुख्यमंत्री ने पंजाब के नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ देकर 40,000 से अधिक परिवारों का जीवन किया रौशन

 

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मिशन रोजग़ार’ को जारी रखते हुए आज अलग-अलग विभागों में नए भर्ती हुए 457 कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस भर्ती के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार के गठन से लेकर अब तक 40,000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ देकर इनके परिवारों के जीवन को रौशन किया है।

मिशन रोजग़ार’ के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार नौजवानों को राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास का अटूट अंग बनाने के लिए बड़े प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती में इतनी शक्ति है कि यहाँ कुछ भी पैदा किया जा सकता है क्योंकि यहाँ के लोगों को सख़्त मेहनत और समर्पित भावना के अमिट जज़्बे की बख़्शीश प्राप्त है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस धरती में अथाह सामथ्र्य है जिस कारण राज्य सरकार पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए सख्त प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन रोजग़ार में नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों में जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग में 20 जूनियर ड्राफ्टमैन, पशु पालन विभाग में डेयरी विकास अफ़सर, क्लर्क, इन्क्यूबेटर ऑपरेटर और मशीन ऑपरेटरों समेत 32 कर्मचारी, युवा सेवा विभाग में छह स्टेनो-टाईपिस्ट, कराधान और आबकारी विभाग में क्लर्क लीगल, अकाऊन्ट्स और आई.टी. सहित 129 कर्मचारी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में 8 स्टेनो-टाईपिस्ट, सूचना एवं लोक संपर्क विभाग में एक क्लर्क, वित्त विभाग में क्लर्क, स्टेनो टाईपिस्ट और सैक्शन अफसरों समेत 36 कर्मचारी, लोक निर्माण विभाग में 24 जूनियर ड्राफ्टमैन, आवास एवं शहरी विकास में 41 क्लर्क, जल संसाधन विभाग में 79 स्टेनो-टाईपिस्ट, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में स्टाफ नर्स, क्लर्क और चौथा दर्जा समेत 9 कर्मचारी, पावरकॉम में ऐसिस्टैंट इंजीनियर, ऐसिस्टैंट मैनेजर और क्लर्क समेत 65 कर्मचारी और चिकित्सा शिक्षा और अन्य विभागों में प्रोफ़ैसर, एसोसिएट प्रोफ़ैसर और ऐसिस्टैंट प्रोफ़ैसर समेत 7 कर्मचारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महान सिख गुरूओं ने हमें ज़ुल्म और बेइन्साफ़ी के विरुद्ध लडऩे का संदेश दिया है और उनके नक्शे कदमों पर चलते हुए राज्य सरकार सरकारी नौकरियों की भर्ती को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जिससे किसी के साथ भी अन्याय न हो। उन्होंने कहा कि इस म्यूनिसिपल भवन में ऐसे कई समारोह हो चुके हैं, जिनमें नौजवानों को अलग-अलग सरकारी विभागों में नौकरियाँ मिली हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह नौजवानों की भलाई को सुनिश्चित बनाने और उनके लिए रोजग़ार के नए रास्ते खोलने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह बड़े गर्व और संतुष्टी की बात है कि 40,000 से अधिक नौजवानों को केवल योग्यता के आधार पर चुना गया है। मिशन रोजग़ार’में हमारा मकसद नौजवानों के लिए रोजग़ार के नए रास्ते खोलते हुए पंजाब छोडक़र जाने वाले नौजवानों की वतन वापसी को सुनिश्चित बनाना है। मुझे इस बात की बहुत ख़ुशी है कि बड़ी संख्या में नौजवान जो पहले विदेश जाने की योजना बना रहे थे, अब प्रतियोगी परीक्षाओं के द्वारा सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने नए भर्ती हुए नौजवानों को मिशनरी भावना से लोगों की सेवा करने का न्योता दिया क्योंकि अब वह सरकार के परिवार के सदस्य बन चुके हैं। मिशन रोजग़ार’ में नए भर्ती हुए नौजवानों को मुखातिब होते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा, ‘‘मुझे पूरी उम्मीद है कि आप अपनी कलम के द्वारा समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद करोगे। आपको अधिक से अधिक लोगों की भलाई सुनिश्चित बनानी चाहिए, जिससे कोई भी नागरिक सरकारी दफ़्तरों से निराश होकर न जाए।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पवित्र धरती के एक-एक इंच को महान गुरूओं, संतों, पीरों, शहीदों और कवियों की चरण छू प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाबी ‘विश्व नागरिक’ हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से वैश्विक स्तर पर अपनी काबिलियत का सबूत दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को सख़्त मेहनत के अद्वितीय जज़्बे की बख़्शीश प्राप्त है, जिसके स्वरूप वह हरेक जगह अपनी पहचान बना लेते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘रिवायती पार्टियाँ मुझसे ईष्र्या करती हैं क्योंकि मैं साधारण घर से सम्बन्ध रखता हूँ। यह नेता सत्ता में बने रहने का अपना बुनियादी हक समझते थे, जिस कारण इनको यह हज़म नहीं हो रहा कि आम आदमी राज्य का शासन इतने बेहतर ढंग से कैसे चला रहा है। इन राजनीतिज्ञों ने लम्बा समय लोगों को मूर्ख बनाया, परन्तु अब लोग इनके गुमराह करने वाले प्रचार में नहीं आऐंगे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पार्टियों के नेताओं को यह बात बर्दाश्त नहीं हो रही कि राज्य सरकार 90 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली मुहैया करवा रही है, अब तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने आम आदमी क्लीनिकों से मुफ़्त इलाज करवाया, पहली बार प्राईवेट थर्मल प्लांट राज्य सरकार द्वारा 1080 करोड़ रुपए की लागत के साथ खरीदा गया है। उन्होंने कहा कि यह नेता राज्य में आम आदमी के भले के लिए हो रहे कार्यों से बोखलाए हुए हैं, जिस कारण वह उनके विरुद्ध ज़हर की उल्टी कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने लोगों को न्योता दिया कि वह इन नेताओं के झाँसे में न आएं, जो अपना अस्तित्व गंवा चुके हैं क्योंकि लोगों द्वारा इनको बुरी तरह से नकार दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण देने के लिए आठ हाई-टैक कोचिंग सैंटर खोल रही है। भगवंत मान ने कहा कि यह केंद्र नौजवानों को यू.पी.एस.सी. की परीक्षा पास करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगी, जिससे हमारे नौजवान राज्य और देश में नामवर पदों पर सेवा निभा सकें।
कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू को बीते समय का राजनीतिज्ञ बताते हुए कहा कि यह नेता जिस पार्टी में जाता है, उस पार्टी के लिए बोझ बन जाता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बिजली संबंधी सिद्धू अब तो बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं परन्तु वह ख़ुद मंत्री होते हुए बिजली विभाग लेने से भाग गए थे। उन्होंने कहा कि यह नेता घड़ी- घड़ी अपनी वफ़ादारी बदल लेते हैं जिस कारण लोगों का उन पर कोई भरोसा नहीं रहा।

मुख्यमंत्री ने नौजवानों को जीवन में नेतृत्व करने के लिए अपनी काबिलियत पहचानने का न्योता देते हुए कहा कि जिस तरह हवाई अड्डों पर रनवे हवाई जहाज़ को सुचारू ढंग से उड़ान भरने की सुविधा देते हैं, उसी तरह राज्य सरकार नौजवानों के सपनों को साकार करने में मदद कर रही है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि नौजवानों के विचारों को उड़ान देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत सिंह मान ने नौजवानों से अपील की कि वह समाज में अपनी अलग पहचान कायम करने के लिए हर संभव प्रयास करें, जिससे वह बुलन्दियों पर पहुँच सकें।
मिशन रोजग़ार के इस अवसर पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह, सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा समेत अन्य उपस्थित थे।

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