
समराला कांग्रेस वर्कर सम्मेलन में केंद्र पर बरसे खड़गे, बोले
नरेंद्र मोदी की दस साल की सरकार ने देश के किसानों और युवा लोगों को बर्बाद कर दिया है। मोदी सरकार के तीन कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ पंजाब के किसान ने लड़ाई लड़ी; हालांकि, मोदी सरकार ने सिर्फ कृषि कानूनों को खारिज कर दिया, नहीं रद्द किया। यहां आयोजित पंजाब कांग्रेस के पहले वर्कर सम्मेलन में ऑल इंडिया कांग्रेस समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह बात कही। पंजाब से हजारों लोगों ने सम्मेलन में भाग लिया, जो 14 एकड़ के पंडाल में भरा हुआ था।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब की जनता देश का रक्षा कवच है, लेकिन मोदी सरकार ने किसानों और जवानों की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है। मोदी सरकार के खिलाफ एक बार फिर देश के किसान तैयार हो गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार किसानों को छोड़कर कॉरपोरेट घरानों को जमीन दे रही है। उनका दावा था कि किसान विरोधी कानूनों को हमारी सरकार बनने पर हटाया जाएगा। भाजपा की सरकार ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को आतंकवादी और आंदोलनजीवी बताया। उनका कहना था कि सैनिकों को चार साल के लिए अग्निवीर कार्यक्रम में भर्ती किया जाता है। इसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकांश लोग शामिल हैं। उन्हें चार साल पूरे होने पर वे कहीं नहीं रहेंगे। उनकी आधी युवावस्था तो जा चुकी है। उनका कहना था कि किसानों के लिए बनाया गया बजट खर्च नहीं हुआ। लोगों को धोखा दिया जाता है। उनका कहना था कि जवाहर लाल नेहरू ने देश में बांध बनाकर किसानों की मदद की। पंजाब में भाखड़ा बांध का निर्माण किया गया था। मोदी जी, राहुल और इंदिरा को गालियां देते हैं। देश को एकजुट करने के लिए राहुल गांधी ने कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा की। उसे ही गलियां दी जाती हैं। उनका कहना था कि मोदी सरकार टीवी को नियंत्रित कर रही है। देश की गरीब जनता को कोई मदद नहीं मिल रही है।
आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठजोड़ पर चुप्पी
खड़गे ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठजोड़ पर कुछ नहीं कहा। वह सिर्फ अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि अगर वे मिलकर काम करेंगे तो अपने 13 सीटों का लक्ष्य पूरा कर सकेंगे। कांग्रेस कर्मचारियों को घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करने को कहा। उससे पहले सुखपाल सिंह खैरा, अलका लांबा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, मनीष तिवारी, डा. राजकुमार चबेवाल, राणा केपी सिंह, कुलजीत नागरा, प्रताप बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी अपने विचार व्यक्त किए। स्थानीय नेताओं ने पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव अकेले लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी की नीतियों की कड़ी निंदा की और कहा कि पंजाब सरकार हर क्षेत्र में विफल रही है।