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हम बातचीत नहीं करेंगे, बल्कि सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे; कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान की प्रशंसा की।

मणिशंकर अय्यर ने कहा कि सद्भावना की जरूरत थी, लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार सरकार के गठन के बाद से पिछले दशक में सद्भावना के बजाय विपरीत स्थिति हुई है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान की प्रशंसा करते हुए कसीदे पढ़े हैं। हाल ही में लाहौर में एक कार्यक्रम में उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करने की क्षमता है, लेकिन बातचीत नहीं की। उनका कहना था कि पाकिस्तान ‘भारत के लिए सबसे बड़ा ऐसेट’ है। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को किसी भी दूसरे देश ने इतना प्यार नहीं किया था।

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने मणिशंकर को पीएम मोदी की पाकिस्तान से बातचीत नहीं करने को ‘सबसे बड़ी गलती’ बताया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और भाजपा सरकार में इस्लामाबाद में पांच भारतीय उच्चायुक्त रहे और सभी पांचों ने मानना था कि मतभेद जो भी रहे, लेकिन हमें पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए।”‘

उन्होंने कहा,  बातचीत से इनकार करना बीते दस सालों में हमारी सबसे बड़ी गलती थी, हमारे पास आपके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक्स करने की क्षमता है, लेकिन हम बातचीत करने का साहस नहीं करते।बातचीत से जुड़े मुद्दों पर अय्यर ने ऐसा पहले भी नहीं किया है। अगस्त में पिछले साल, उन्होंने कहा था, ‘पीएम मोदी से पहले हर प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ कुछ बात करने की कोशिश की, लेकिन अब यह एकदम बंद है।’

‘किसी और देश ने नहीं किया पाकिस्तान जैसा स्वागत’

Aiyar ने कहा कि पाकिस्तान ने उनका सबसे खुले दिल से स्वागत किया है। ‘मेरा अनुभव कहता है कि पाकिस्तानी दूसरे पक्ष को लेकर शायद जरूरत से अधिक प्रतिक्रिया देते हैं,’ अय्यर ने डॉन समाचार पत्र से कहा। यदि हम दोस्त हैं तो वे बहुत अधिक दोस्ताना होंगे, लेकिन यदि हम शत्रु हैं तो वे बहुत अधिक शत्रुतापूर्ण होंगे।’

शनिवार को लाहौर के अलहमरा में फैज महोत्सव के दूसरे दिन, कांग्रेस सांसद ने ‘हिज्र की राख, विसाल के फूल, भारत-पाक मामले’ नामक सत्र में यह टिप्पणी की। रिपोर्ट के अनुसार, अय्यर ने कहा कि पाकिस्तान के अलावा किसी और देश में उनका इतना प्यार से स्वागत नहीं किया गया था।

वह कहते हैं कि जब वह कराची में महावाणिज्य दूत थे, हर कोई उनकी और उनकी पत्नी की देखभाल करता था। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पुस्तक ‘मेमोयर्स ऑफ ए मेवरिक’ में कई ऐसी घटनाओं के बारे में लिखा है, जो पाकिस्तान को भारतीयों की सोच से बिल्कुल अलग देश बताती हैं।

अय्यर ने कहा कि सद्भावना की जरूरत थी, लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार सरकार के गठन के बाद से पिछले दशक में सद्भावना के बजाय विपरीत स्थिति हुई है।

भारत में हुए आतंकवादी हमले

भारत-पाकिस्तान के संबंध जनवरी 2016 में पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों द्वारा भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमलों के बाद से बदतर हो गए हैं। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान से बातचीत नहीं करेगा क्योंकि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अय्यर ने कहा कि पाकिस्तान से बातचीत करने की उम्मीद करना मूर्खतापूर्ण होगा, क्योंकि भारत में हिंदुत्व की प्रतिष्ठा है।

उन्होंने कहा, “मैं (पाकिस्तान के) लोगों से बस यही कहना चाहता हूं कि वे इस बात को याद रखें कि (प्रधानमंत्री) मोदी को कभी एक-तिहाई से अधिक वोट नहीं मिले, लेकिन हमारी प्रणाली ऐसी है कि अगर उनके पास एक-तिहाई वोट हैं, तो उनके पास दो-तिहाई सीट हैं, इसलिए दो-तिहाई भारतीय आपकी (पाकिस्तानियों) ओर आने को तैयार हैं।कांग्रेस नेता ने कहा कि व्यापारियों, विद्यार्थियों और शिक्षकों को दोनों देशों की सरकारों को छोड़कर भारत और पाकिस्तान में मिलना जारी रखना चाहिए।

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