Haryana news: गुरुग्राम विश्वविद्यालय और आईआईटी मंडी एक संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं। दो संगठनों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी और आईआईटी मंडी ने मिलकर इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के लिए एक संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया है। बुधवार को, गुरुग्राम विश्वविद्यालय और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मंडी ने इसके लिए एक एमओयू साइन किया।
गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम 2024-25 से शुरू होगा। इसके बाद, पीएचडी करना चाहने वाले विद्यार्थी इसमें दाखिला ले सकेंगे। उनका कहना था कि इससे दोनों संस्थानों के अनुसंधान कार्यक्रमों में सुधार होगा। कुलपति ने कहा कि इसके तहत गुरुग्राम विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग विभाग में पीएचडी करने वाले विद्यार्थियों को आईआईटी मंडी में भी पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
इन लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं
उनका कहना था कि जीयू से पीएचडी करने वाले विद्यार्थी लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए रिसर्च सेण्टर में उपलब्ध आधुनिक उपकरणों का लाभ उठा पाएंगे, जिसमें एडवांस लिथोग्राफी (ई-बीम, एचआईबीएल, 365 एनएम लिथोग्राफी), स्पटरिंग, आयन एचिंग और परिष्कृत लक्षण वर्णन उपकरण शामिल हैं। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिनेश कुमार और आईआईटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।
संयुक्त डिग्री भी मिलेगी
इस करार से जीयू और जीयू से इंजीनियरिंग विभाग में पीएचडी करने वाले छात्रों को दोनों विश्वविद्यालयों से विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिलेगा। इन्हें पीएचडी पूरी करने पर दोनों संस्थानों से संयुक्त डिग्री भी मिलेगी। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि यह करार आईआईटी मंडी के साथ छात्रों को प्रशिक्षण और अनुसंधान की बहुत सी संभावनाएं से भरा है।