मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह:-
- अधिकारियों के साथ मीटिंग करके घर-घर राशन स्कीम का लिया जायज़ा
- मतदान के दौरान राशन घटाने के बारे फैलाई अफ़वाहों को सिरे से ख़ारिज किया
- राज्य के समूह डिप्टी कमिश्नरों से रिपोर्ट माँगी
- राज्य में 40.19 लाख राशन कार्डों के द्वारा 1.54 करोड़ लाभार्थियों को मिल रहा राशन
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने आज कहा कि राज्य सरकार घर-घर राशन स्कीम के अंतर्गत लाभार्थियों को राशन की निर्विघ्न सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए पूर्ण तौर पर वचनबद्ध है।
आज यहाँ इस स्कीम का जायज़ा लेने के लिए हुई मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि संकुचित राजनैतिक हितों के कारण लोगों को गुमराह करने की घटिया चालों चलने वाले कुछ लोगों ने यह अफ़वाह फैलायी थी कि राज्य सरकार की तरफ से राशन में बड़ी कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि यह बात बिल्कुल बेबुनियाद और ग़ैर-वाजिब है क्योंकि इस स्कीम के अंतर्गत सभी लाभार्थियों को यह सुविधा मिल रही है और उनको पूरा राशन दिया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने राज्य भर के सभी डिप्टी कमिशनरों से इस सम्बन्धी रिपोर्ट पहले ही माँगी हुई है जिससे लाभार्थियों को इस स्कीम का बाकायदा लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरे पंजाब के लिए बड़े गौरव और संतोष की बात है कि राज्य भर में स्थापित की गई माडल फेयर प्राइस शापज़ ( एम. एफ. पी. एस.) के द्वारा लाभार्थियों को राशन बांटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि 40.19 लाख राशन कार्डों के द्वारा 1.54 करोड़ लाभार्थी राशन प्राप्त कर रहे हैं और यह सुविधा हर तरह से जारी रहेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह स्कीम लोगों को राशन की निर्विघ्न और दिक्कत रहित डलिवरी की व्यवस्था करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दिन बीत चुके हैं जब लोगों को लम्बी कतारों में खड़े होकर राष्ट्रीय ख़ाद्य सुरक्षा एक्ट के अंतर्गत मिलता अनाज प्राप्त करने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने अफ़सोस प्रकट किया कि लोगों को रोज़मर्रा के काम छोड़ने या असमय अनाज लेने समय बहुती बार परेशानी का सामना करना पड़ता था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब लाभार्थियों के घरों के नज़दीक राशन का वितरण करके एक नये युग की शुरुआत की गई है जिससे लाभार्थियों को राशन लेने के लिए ख़ास कर ख़राब मौसम में लाइनों में खड़े होने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि इससे जहाँ लोगों को पौष्टिक अनाज मुहैया करवाना यकीनी बनाया जायेगा, वहीं उनके समय, पैसे और ऊर्जा की बचत भी होगी।