कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा पर पलटवार किया है।
सैलजा लगातार लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों का चयन पर सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि कांग्रेस 8 से 10 लोकसभा सीटें जीत सकती थी अगर सही प्रत्याशी होते। 5 सीटों पर जीत को वे नाकाफी मानती हैं। इतना ही नहीं, इशारों-इशारों में वे पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा पर भी हमला बोल रही हैं।
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने के पीछे हुड्डा को भी दोषी ठहराया है। सैलजा ने कहा कि अगर किरण चौधरी को सम्मान और भिवानी-महेंद्रगढ़ से श्रुति चौधरी को टिकट मिलता तो इसकी कोई जरूरत नहीं होती। श्रुति भी लोकसभा चुनाव जीततीं, लेकिन उचित प्रत्याशी नहीं चुना गया था। गुड़गांव, सोनीपत और करनाल के प्रत्याशियों पर भी उनका प्रश्न उठा चुकी हैं। रविवार को नयी दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उदयभान ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर उम्मीदवारों को कमजोर बताया जाता है, तो वे खुद इसके लिए जिम्मेदार हैं।
उनका दावा था कि वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल हैं। वे पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव हैं और टिकट आवंटन की बैठक में वे भी मौजूद थीं। बैठक में उन्हें अपनी राय देनी चाहिए थी। किसी भी नेता को पार्टी नेतृत्व के निर्णयों पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने से पार्टी का मनोबल गिरता है और गलत सन्देश जाता है।
शैलजा को उनकी टिप्पणी के बारे में सूचित करने के मुद्दे पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वह पार्टी नेता हैं और मुझे उन्हें सूचित करने का कोई अधिकार नहीं है. मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि ऐसी टिप्पणियां नहीं की जानी चाहिए।’ अगर उन्हें कोई शिकायत है तो उन्हें पार्टी आलाकमान से बात करनी चाहिए. अगर मुझे उनके बारे में बात करनी होती तो मैं केवल कांग्रेस नेतृत्व से बात करता। इस बीच, जब किरण चौधरी ने कांग्रेस छोड़ी, तो उदयभान ने कहा कि अगर परिवार में कोई भी विश्वासघाती हो, वह चला जाए तो ठीक है।