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प्रारूप सबकी राय से बनाया जाएगा, विधायकों से सुझाव मांगे जाएंगे

वित्त विभाग 23 फरवरी को बजट पेश करने के लिए तैयार है

31 जनवरी, चंडीगढ़ (ट्रिन्यू)

बजट की तैयारी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तेज कर दी है। Finance Department के अधिकारियों को विभागवार रिपोर्ट बनाने का आदेश दिया गया है। साथ ही, चालू वित्त वर्ष का अनुमान लगाया जा रहा है और 2024–25 के बजट की योजना बनाई जा रही है। बजट को लेकर राज्य के सभी सांसदों और विधायकों से इस बीच मुख्यमंत्री ने सुझाव मांगे हैं। बजट को लेकर वे विधायकों और सांसदों से भी मिल सकते हैं।

20 फरवरी से बजट सत्र शुरू होगा, और 23 फरवरी को वित्त मंत्री एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपनी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का पांचवां और अंतिम बजट पेश कर सकते हैं। साथ ही बजट पेश होने के बाद एक सप्ताह का अवकाश भी रहेगा, जिससे इस दौरान विधानसभा की विभिन्न कमेटियां बजट की स्टडी कर सकें। कमेटियों की सिफारिशों पर योजनाओं में बदलाव हो सकता है। उनके बजट को भी कम-अधिक किया जा सकता है, लेकिन विभागवार अलॉट किए गए बजट में किसी तरह की कटौती नहीं होगी।

बजट तैयारियों को लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी। साथ ही, वे विभागों को दिए गए बजट की समीक्षा कर रहे हैं। साल के आखिरी दो महीनों, फरवरी और मार्च में, विभागों ने आम तौर पर अधिक बजट खर्च किया है। वित्त विभाग इस पर बहुत ध्यान देगा।हालांकि सरकार इस प्रक्रिया को रोकने के लिए पहले ही तिमाही बजट जारी करती हैसरकार को लगता है कि आखिरी महीनों में बजट खर्च करना गलत है।।

यह पूरी तरह से चुनावी होने के आसार हैं क्योंकि यह मनोहर सरकार के मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट होगा। सरकार बजट में कई नई योजनाओं की घोषणा कर सकती है। सितम्बर अक्तूबर में हरियाणा विधानसभा के चुनाव होने हैं। इससे पहले मई में लोकसभा के चुनाव होंगे। बहुत संभव है कि बजट तैयार करते समय लोकसभा और विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखा जाए। गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कई नई शुरूआत बजट में हो सकती हैं।

शेड्यूल 18 को निर्धारित होगा

18 फरवरी को विधानसभा में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की अध्यक्षता में होने वाली बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में बजट सत्र का कार्यक्रम निर्धारित होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, गृह मंत्री अनिल विज और संसदीय कार्य मामले मंत्री कंवर पाल गुर्जर इस बैठक में उपस्थित होंगे। बजट पर चर्चा कितने दिनों तक चलेगी और कब प्रस्तुत होगा, दोनों इसी बैठक में निर्धारित होंगे।

हमारी सरकार अंत्योदय की भावना के साथ काम कर रही है। बजट में जनकल्याण के कार्यों को प्राथमिकता दी जाती है। पिछले नौ वर्षों में हमने वादों से बढ़कर काम किए हैं। कई नई योजनाओं की शुरूआत की है। बजट गरीबों के हित में होगा। समाज के हर वर्ग के लोगों के सुझावों के साथ बजट तैयार होता है। सभी मंत्रियों, सांसदों व विधायकों से भी सुझाव मांगे हैं। आम लोग भी अपने सुझाव दे सकेंगे। अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा।

-मुख्यमंत्री मनोहर लाल।

18 को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में बजट सत्र का समय निर्धारित किया जाएगा। बजट पेश होने के बाद इस बार भी पूर्व की तरह एक सप्ताह का अवकाश रहेगा। विभागवार कमेटियां बनाई जाएंगी। बजट का अध्ययन करके कमेटियां रिपोर्ट देंगी। बजट में कमेटियों के सुझावों के अनुसार बदलाव किए जा सकते हैं अगर आवश्यक हो। बजट सत्र के दौरान सुरक्षा प्रबंध कड़े होंगे। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के अधिकारियों की जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी।

ज्ञानचंद गुप्ता, वक्ता

खिलाड़ियों को नई योजना घोषित करना संभव

इस बार के बजट में हरियाणा के खिलाड़ियों के लिए नई योजना घोषित हो सकती है। बजट में खेल विभाग की बढ़ोतरी निश्चित है। इसका कारण यह है कि राज्य सरकार ने सभी जिलों, कस्बों और गांवों में खेल सुविधाओं का मैपिंग कराया है। मैपिंग के दौरान ही सरकार को लगता है कि बहुत से गांवों में खेल उद्यान की जरूरत है। नर्सरियां स्थानीय खिलाड़ियों की मांग और खेलों में उनकी रुचि के अनुसार बनाई जाएंगी।

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