Chehlum 2024: मुस्लिमों की आस्था का पर्व चेहल्लुम कब मनाया जाता है? जानिए इसके पीछे छिपी धार्मिक मान्यता और महत्व।
Chehlum 2024: चेहल्लुम के दिन लोग हजरत इमाम की बहादुरी और वीरता की गाथा सुनते हैं।
Chehlum 2024: इस्लाम धर्म में चेहलुम पर्व एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसका विशिष्ट धार्मिक मान्यता है। इसे अरबीन (Arbaeen) नाम से भी जाना जाता है। चेहल्लुम शहीद-ए-कर्बला की याद में हर साल इस पर्व को मनाया जाता है। यह पर्व दसवीं मुहर्रम के चौबीसवें दिन हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों की शहादत पर मनाया जाता है। यजीद की बुराइयों का मुकाबला इमाम हुसैन ने किया था। इमाम हुसैन मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के नवासे थें. जानिए इस साल चेहल्लुम किस दिन मनाया जाएगा.
कब है चेहल्लुम
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, चेहल्लुम सफर का बीसवां दिन है। ईरान और ईराक में 24 अगस्त को चेहल्लुम का त्योहार मनाया जाता है। भारत में 26 अगस्त, रविवार को पर्व मनाया जाएगा। पाकिस्तान में चेहल्लुम 27 अगस्त के दिन मनाया जाएगा.
चेहल्लुम का महत्व
चेहल्लुम को शहादत के रूप में मनाया जाता है, जो साहस, त्याग और बलिदान का प्रतीक है। चेहल्लुम के दिन मुस्लिम समुदाय एक सामुदायिक पर्व मनाता है। इमामबाड़ा या मजार पर लोग इमाम हुसैन की शहादत की कहानियां सुनते हैं। इस दिन हजरत इमाम की वीरता और बहादुरी की गाथा सुनाई जाती है और सब कुछ गमजदा हो जाता है। यह पर्व मुस्लिमों में एक विशेष धार्मिक मान्यता है, और इस दिन शोक में जुलूस निकाले जाते हैं। इन शोक जुलूस में लोग सीनाजोई करते हैं, मातम मनाते हैं और नाट्य मंचन वगैरह किए जाते हैं.
यह दिन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का दिन भी कहा जाता है. चेहल्लुम लोगों को एक बेहतर इंसान बनने का संदेश देता है.