
एनसीआर में सक्रिय भूमाफिया और कॉलोनाइजर अब सावधान हो जाएं। गुरुग्राम में 15 अवैध कॉलोनियां काटने पर 100 जमीन मालिकों पर एफआईआर दर्ज की गई है। जिला नगर योजनाकार इंफोर्समेंट (DTPE) की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया गया है। जनवरी में इन कॉलोनियों को जला दिया गया, जो करीब 110 एकड़ जमीन पर काटी जा रही थीं।
जिला नगर योजनाकार इंफोर्समेंट ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी जीवन भर की बचत को अवैध रूप से पनप रही कॉलोनियों में नहीं लगाएं। ये कॉलोनियां कभी भी विध्वंसित हो सकती हैं। नवंबर और दिसंबर में फर्रुखनगर में 6, पटौदी में 3, सोहना में 2, भौंडसी, सिधरावली, बिलासपुर और बोहड़ाकलां में 1-1 अवैध कॉलोनी की पहचान हुई।
नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने एग्रीकल्चर जमीन पर इन कॉलोनियों को लाइसेंस दिया था। DTP ने भूमि मालिकों को शोकॉज नोटिस भेजा था। संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर अवैध निर्माण को स्वयं हटाने का आदेश दिया गया। इन कॉलोनियों को जिला नगर योजनाकार ने मलबे में मिला दिया जब जमीन मालिकों ने खुद अवैध निर्माण को नहीं हटाया।
रजिस्ट्री नहीं करने के बारे में एक पत्र
कॉलोनियों की पहचान होने के बाद, जिला नगर योजनाकार इंफोर्समेंट ने संबंधित तहसीलदार को पत्र लिखकर शिकायत की है कि इन गांवों में अवैध निर्माण हो रहा है। इसलिए इनकी रजिस्ट्री नहीं होगी।
जिला नगर योजनाकार इंफोर्समेंट के मनीष यादव ने कहा, “लोगों को अगर प्लॉट खरीदना है तो पहले जिला नगर योजनाकार इंफोर्समेंट विभाग के सेक्टर-14 स्थित कार्यालय में जाना चाहिए।’
किरंकी में अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाया
वहीं, सोमवार को जिला नगर योजनाकार इंफोर्समेंट ने सोहना ब्लॉक के गांव किरंकी में अवैध रूप से पनप रही एक कॉलोनी के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान दस नवनिर्मित घरों और दो निर्माणाधीन घरों को बुलडोजर से गिरा दिया गया। पुलिस ने विरोधियों को पीछे हटाया। शाम तक तोड़फोड़ चलता रहा।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट दिनेश सिंह, सहायक नगर योजनाकार, उपस्थित थे। किरंकी सुबह 11 बजे तोड़फोड़ दस्ता पर पहुंचा। सूचना मिलने पर लोग एकत्र हो गए। तोड़फोड़ दस्ते ने लोगों से कहा कि वे तोड़फोड़ नहीं करेंगे। तोड़फोड़ दस्ते ने बताया कि ये मकान बिना मंजूरी के अवैध रूप से विकसित कॉलोनी में बनाए गए हैं। लोगों को हटाने का आह्वान किया। पुलिस बल की मदद ली गई जब लोग पीछे नहीं हटे। पुलिस ने विरोधियों को हटाया, फिर दो जेसीबी की मदद से तोड़फोड़ शुरू हुई। इस गांव की कॉलोनी लगभग दसवीं एकड़ में फैली हुई थी।