Arvind Kejriwal ने मरघट वाले बाबा के मंदिर से पुजारी-ग्रंथी सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत की। केजरीवाल ने बाबा के दर्शन कर योजना की शुरुआत की।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना का उद्घाटन किया। इस योजना को केजरीवाल ने मरघट वाले बाबा को देखकर शुरू किया। संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल कश्मीरी गेट स्थित मरघट वाले बाबा मंदिर गए। यहीं पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ हुआ। इस दौरान केजरीवाल ने खुद एक पुजारी बन गया। योजना को पहले हनुमान मंदिर से शुरू करने का प्लान था।
Arvind Kejriwal इस दौरान भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा, भाजपा ने रजिस्ट्रेशन को रोकने का प्रयास किया। लेकिन कोई भगवान से मिलने से भक्त को रोक नहीं सकता। दिल्ली में आप की सरकार पुजारी और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये प्रति माह देगी। इस योजना को अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषित किया था। यहां के महंत का आज जन्मदिन है। केजरीवाल ने उनके साथ जन्मदिन भी मनाया।
भाजपा ने पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन देने की दिल्ली सरकार की घोषणा पर सवाल उठाने पर, AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि 22 राज्यों में किसी ने उनका हाथ नहीं पकड़ा है। वे प्रधानमंत्री मोदी से कहते हैं कि वे 22 राज्यों में ये योजनाएं लागू करें। पुजारियों और ग्रंथियों के खिलाफ भाजपा के लोग क्यों आ गए हैं? आप हमसे काम पर प्रतियोगिता करें, काम कर नहीं पाते हैं विरोध करने पहले आ जाते हैं।
भाजपा ने योजना पर हमला बोला
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल द्वारा मंदिर और गुरुद्वारा पुजारियों को 18,000 रुपये मासिक मानदेय देने की घोषणा को एक और “झूठा वादा” बताया। उनका दावा था कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को पता था कि उनका “राजनीतिक जीवन” समाप्त होने वाला है। उनकी सरकार ने हाल ही में धार्मिक स्थानों के बाहर शराब की दुकानें खोली हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आप सरकार ने भी इमामों को उतनी ही रकम देने का वादा किया था, लेकिन 17 महीने से नहीं किया है। उनका दावा था कि “भारत में उनसे बड़ा धोखेबाज कोई नहीं हुआ।”
मंदिर के पुजारियों व गुरुद्वारे के ग्रंथियों को हर माह 18 हजार देगी सरकार
आम आदमी पार्टी ने गुरुद्वारों के शिक्षकों और मंदिरों के पुजारियों को मासिक 18 हजार रुपये देने का वादा किया। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार को हनुमान मंदिर में पुजारियों का पंजीकरण करेंगे। दिल्ली में संजीवनी योजना और महिला सम्मान पहले से ही चर्चा में हैं।
दिल्ली में गुरुद्वारों और मंदिरों के पुजारियों के लिए पुजारी-ग्रंथी योजना का ऐलान सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में किया। उनका दावा था कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो उसे मासिक 18 हजार रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी। उनका कहना था कि वे इस रकम को वेतन नहीं कहेंगे, लेकिन आज इस योजना के जरिए हम पुजारियों और शिक्षकों का सम्मान करने की घोषणा कर रहे हैं। सरकार बनने पर लगभग 18 हजार रुपये प्रति महीना सम्मान दी जाएगी।
वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में महिला सम्मान व संजीवनी योजना को पुलिस भेजकर, फर्जी केस कर रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि एक पुजारी हमारे सुख-दुख सब में काम आता है। सदियों से हमारी परंपराओं, हमारे रीति रिवाजों और संस्कारों को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाया है। यह देश में पहली बार हो रहा है। आज तक किसी भी पार्टी और सरकार ने ऐसा नहीं किया।