Bihar News: नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने मणिपुर प्रदेश अध्यक्ष वीरेन सिंह को पद से हटा दिया है। हाल ही में, उन्होंने मणिपुर में बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का पत्र जारी किया।
Bihar News: नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने मणिपुर प्रदेश अध्यक्ष वीरेन सिंह को पद से हटा दिया है। वीरेन सिंह ने बीजेपी से मणिपुर सरकार में जेडीयू का समर्थन वापस लेने का पत्र भेजा था। इसी संबंध में पार्टी की ओर से यह कार्रवाई की गई है। जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने समर्थन वापसी के पत्र में बताया कि मणिपुर में पार्टी के पांच विधायक बीजेपी में जा चुके थे। बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल नहीं होने वाले जेडीयू केवल एक विधायक है।
वीरेन सिंह ने मणिपुर राज्यपाल को समर्थन वापसी का पत्र भेजा। इसमें आगे कहा गया कि राज्य में फिलहाल जेडीयू के एकमात्र विधायक अब्दुल नासिर हैं, उन्हें सदन के अंदर विपक्षी सदस्य के तौर पर माना जाए।
मणिपुर प्रदेश अध्यक्ष को पद से हटाकर, नीतीश ने अपने सहयोगी दल बीजेपी को यह दिखाने की कोशिश की है कि मणिपुर में समर्थन वापस लेने का फैसला उनके या पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नहीं लिया था। यह पूरी तरह से राज्य नेतृत्व का निर्णय था।
मणिपुर में JDU का समर्थन वापस मिलने की खबर झूठी: प्रवक्ता
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार शाम में मीडिया से बातचीत में कहा कि मणिपुर में पार्टी को लेकर कुछ गलत खबरें आई हैं। जेडीयू मणिपुर इकाई के अध्यक्ष को अनुशासनहीनता के आरोप में पद से हटाया गया है। उनका कहना था कि एनडीए मणिपुर में पूर्व की तरह जेडीयू को समर्थन देगा। जेडीयू राज्य की मजबूती के लिए उसी तत्परता से आगे भी काम करेगा।
60 विधानसभा सीटों वाले पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में साल 2022 में चुनाव हुए थे। उस दौरान जेडीयू ने 6 सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया था। जब नीतीश कुमार 2022 में एनडीए छोड़कर गए थे, तब मणिपुर में जेडीयू के पांच विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि, पिछले साल नीतीश ने एनडीए में वापसी कर ली थी।