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यूपी सरकार का बजट सत्र, CM Yogi Adityanath ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर जवाब देने के लिए तैयार है 

CM Yogi Adityanath: हार की हताशा से परेशान विपक्ष सदन पर खुन्नस नहीं उतारे

CM Yogi Adityanath ने बजट सत्र 2025-26 शुरू होने से पहले कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि विपक्ष हार की हताशा से परेशान नहीं होगा और सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में सकारात्मक योगदान देगा।

पत्रकारों से बातचीत में, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले, CM Yogi Adityanath ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बजट और अभिभाषण महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिसमें सदन के हर सदस्य, न सिर्फ विपक्ष, अपनी बात को प्रभावी ढंग से रख सकता है। साथ ही, सरकार हर मुद्दे पर तथ्यात्मक उत्तर देने के लिए पूरी तरह तैयार है जिसे विपक्ष उठाना चाहेगा। हम सदन को सकारात्मक बहस का स्थान बनाना चाहते हैं। असंसदीय आचरण या आरोप-प्रत्यारोप समस्या नहीं हल कर सकते हैं।

विपक्ष में सुदृढ़ और मर्यादित व्यवहार देखने का करेंगे प्रयास

CM Yogi Adityanath ने कहा कि उम्मीद है कि विपक्ष सुदृढ़ और मर्यादित आचरण की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से देखने की कोशिश करेगा। उम्मीद करेंगे कि विपक्ष समेत सभी सदस्य सदन में ऐसा आचरण दिखाएंगे, जिससे लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आमजन की आस्था को और सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बजट सत्र में उत्तर प्रदेश विधानमंडल की कार्यवाही प्रारंभ होने पर सभी सदस्यों का स्वागत किया।

सदन सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष का नहीं, बल्कि विपक्ष का भी महत्वपूर्ण दायित्व

CM Yogi Adityanath ने कहा कि उत्तर प्रदेश की इतिहास में इतने लंबे समय के लिए सदन आहूत करने का ऐसा कोई मौका नहीं था। सत्ता पक्ष ही नहीं, विपक्ष का भी महत्वपूर्ण दायित्व है कि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संपन्न हो। उन्हें उम्मीद थी कि सदन बहस का स्थान होगा। उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार ने पिछले लगभग आठ वर्ष के अंदर जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, वह अभूतपूर्व हैं। अभिभाषण व सदन के अंदर चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से उसकी झलक देखने को मिलती है।

यह बजट सत्र बहुत अच्छा हो सकता है अगर विपक्ष सार्थक चर्चा को बढ़ावा देता है।

CM Yogi Adityanath ने कहा कि उत्तर प्रदेश की छवि में आए गंभीर बदलाव और दुनिया भर में यूपी को आकर्षण का केंद्र माना जाता है। विपक्ष निराश होकर इन मुद्दों पर बहस और सदन की कार्यवाही से भागने की कोशिश करता है। बजट सत्र बहुत अच्छा हो सकता है अगर विपक्ष सार्थक बहस को बढ़ावा देता है। 5 मार्च तक चलने वाली सदन की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करने, सभी सदस्यों को अपनी राय देने, अनुदान और सामान्य मांगों पर चर्चा करने, विधायी कार्यों को पूरा करने और आम लोगों के हित में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने का मंच बन सकती है। यहां भी सदस्यों को अपनी बातें रखने का अवसर मिलेगा।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, धर्मपाल सिंह और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी इस दौरान उपस्थित थे।

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