
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नालों की जांच की। सरकार जलभराव की समस्या को हल करने के लिए ड्रेनेज प्रणाली को सुधार कर रही है। सीएमम ने कहा कि नालों को 100 साल की योजना के साथ बनाना चाहिए।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हर इलाके में नालों का निरीक्षण किया। दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना सहित कई कैबिनेट मंत्री उनके साथ उपस्थित थे। दिल्ली सरकार ने बारिश के मौसम में जलभराव की समस्याओं को देखते हुए कई महीने पहले ही ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “दिल्ली बहुत सारी जगहों पर बड़े अनियोजित तरीके से बसाई गई है।” यहां बहुत सी नालों में चैंबर नहीं है। नालियों के आउटलेट अयोग्य हैं। यह ड्रेन इतनी बड़ी है कि पूरा एनडीएमसी का पानी यहाँ से बहेगा, लेकिन इसमें कोई निकास नहीं है। इसमें बड़े चैंबर और मैनहोल होने चाहिए थे। तय किया जाना चाहिए था कि इसकी सफाई कैसे हो सकती है।”
रेखा गुप्ता ने कहा, “ड्रेन को 100 साल की योजना के साथ बनाया जाना चाहिए था।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा, “जब भी कोई प्रोजेक्ट आता है, उसे हमेशा अगले 100 साल की योजना के साथ बनाया जाना चाहिए।” आज अगर वह 10 से 15 साल के अंदर पानी लेने की कंडीशन में ही नहीं है, तो वह ठीक है। पूरा रोड काट कर के पानी की निकासी करवानी पड़ रही है. ये चीजें केवल एसी कमरों में बैठकर प्रेस कांफ्रेंस करने से नहीं हो सकती हैं।”
दिल्ली सरकार का एकमात्र लक्ष्य है जनकल्याण।
CM रेखा गुप्ता ने कहा, “आज सड़क पर अगर एलजी, सीएम और मंत्री खड़े हैं। अब हर व्यक्ति एक टीम की तरह सुबह से दोपहर तक एक-एक ड्रेन का आउटलेट चेक करता है। यह देख रहे हैं कि कौन सा नाला कैसे काम कर रहा है। यह सब इसलिए कर रहे हैं ताकि दिल्ली में जलभराव की दिक्कतें न आएं. हमारा एक ही लक्ष्य है- पब्लिक वेलफेयर.”