राज्यउत्तर प्रदेश

CM Yogi Adityanath ने प्रदेश में रोजगार सृजन के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं

CM Yogi Adityanath के समक्ष विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं संस्थानों के प्रतिनिधियों का प्रदेश में रोजगार सृजन की सम्भावनाओं और योजनाओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण

  • प्रदेश के युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के अनुसार समयबद्ध तरीके से रोजगार उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath के समक्ष आज यहां उनके सरकारी आवास पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं संस्थानों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रदेश में रोजगार सृजन की सम्भावनाओं और योजनाओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण किया गया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के अनुसार समयबद्ध तरीके से रोजगार उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसके दृष्टिगत स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित किये जाएं। उन्होंने अधिकारियों को युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करने के लिए कौशल विकास के कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार सृजन हेतु अपर मुख्य सचिव वित्त, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 तथा प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन की 03 सदस्यीय एक्जीक्यूटिव कमेटी गठित की जाए। कमेटी की मॉनीटरिंग मुख्य सचिव द्वारा की जाएगी। कमेटी के सदस्य रोजगार सृजन के सम्बन्ध में आपस में चर्चा कर और संस्थानों के प्रतिनिधि से समन्वय बनाकर प्रदेश में रोजगार सृजन की एक ठोस कार्ययोजना तैयार करें। कार्ययोजना को उनके (मुख्यमंत्री जी) समक्ष 22 दिसम्बर, 2024 तक प्रस्तुत करें। वह स्वयं कार्ययोजना की समीक्षा करेंगे, ताकि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार से जोड़ा जा सके।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चिकित्सा, शिक्षा, पर्यटन, निर्माण एवं विनिर्माण सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार की संभावनाएं हैं। ऐसे में इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। प्रदेश सरकार द्वारा गांव स्तर पर बी0सी0 सखी, ग्राम सचिवालय, बारात घर, मॉडल शॉप (सरकारी राशन की दुकान), तालाबों में मत्स्य पालन इत्यादि के जरिये भी लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे प्रदेश के गांव का विकास होने के साथ ही युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सेवायोजन विभाग रोजगार सृजन के क्षेत्र में काम कर रहा है। प्रदेश के विभिन्न विभागों को भी रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान देना होगा तभी ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। विगत साढ़े सात वर्षों में प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित हुए हैं। इसमें अभी और संभावनाएं हैं। उन्होंने रोजगार सृजन हेतु पर्यटन क्षेत्र पर विशेष फोकस के निर्देश दिये।

Source: https://information.up.gov.in

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