
Delhi News: दिल्ली चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने पार्टी को एकजुट करने का प्रयास किया है।
Delhi News: दिल्ली चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने पार्टी को एकजुट करने का प्रयास किया है। इसके बाद, मंगलवार को पंजाब के मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली में बैठक करेंगे। सांसद मालविंदर सिंह कांग ने कहा कि यह एक निरंतर बैठक का हिस्सा है। पार्टी इकाइयों से राय लेना और पार्टी की योजनाओं पर चर्चा करना इस मीटिंग का उद्देश्य है।
दिल्ली में हार के बाद अरविंद केजरीवाल पंजाब के विधायकों से मिल रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच रहे हैं, जिससे 10 फरवरी की कैबिनेट बैठक स्थगित हो गई है। 11 बजे पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान दिल्ली के कपूरथला हाउस पहुंचेंगे। बैठक 11:30 बजे के करीब शुरू होगी। मीटिंग में आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। प्रदेश के सभी सांसद आपकी बैठक में उपस्थित होंगे। बैठक में आगे की योजनाओं पर चर्चा होगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को भारी नुकसान हुआ है। इस बार भी पार्टी के वरिष्ठ नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और सौरभ भारद्वाज जीत नहीं पाए हैं। इसके बाद, पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी को एकजुट करने का प्रयास किया है।
पंजाब के मंत्रियों और विधायकों के साथ आज (मंगलवार) दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की बैठक होगी। पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि आपके 30 विधायक कांग्रेस पार्टी से संपर्क में हैं, जिसके जवाब में पूर्व सीएम केजरीवाल ने यह बैठक बुलाई है। इसके अलावा, राज्य के अन्य अधिकारियों ने दावा किया है कि आपके कुछ विधायक कांग्रेस से संपर्क में हैं।
क्यों बैठक हो रही है?
सांसद मालविंदर सिंह कांग ने कहा कि यह एक निरंतर बैठक का हिस्सा है। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य पार्टी की योजनाओं पर चर्चा करना और पार्टी इकाइयों से राय लेना है। यह पार्टी में होता रहता है। पार्टी की सभी इकाइयों से आगे की रणनीति बनाने के लिए इस बैठक का उद्देश्य है। पंजाब के विधायक अरविंद केजरीवाल मंगलवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में बैठक करेंगे। यह एक संगठनात्मक बैठक है जिसका उद्देश्य अगली रणनीति बनाना है।
इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर हुई, लेकिन नतीजे बीजेपी के पक्ष में रहे। बीजेपी ने इस तरह पूरे 27 साल बाद राजधानी की सत्ता फिर से हासिल की है। दिल्ली से हारने के बाद आम आदमी पार्टी के पास सिर्फ पंजाब ही है।
पंजाब में चार महीने से कोई बैठक नहीं हुई
पिछले चार महीने से पंजाब में कैबिनेट बैठक नहीं हुई है। कैबिनेट की पिछली बैठक 8 अक्टूबर 2024 को बुलाई गई थी, लेकिन उसके बाद से नहीं हुई है। क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री और कई अन्य मंत्री दिल्ली में चुनाव प्रचार कर रहे थे। 10 फरवरी, लगभग चार महीने बाद, कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सभी मंत्रियों, विधायकों और मुख्यमंत्रियों को दिल्ली में एकत्रित किया। यही कारण है कि कैबिनेट बैठक भी स्थगित कर दी गई. अब यह 13 फरवरी को चंडीगढ़ में होगी।
दिल्ली में हार मिली
2022 के पंजाब चुनाव में आप ने 117 में से 92 सीटें जीतकर सरकार बनाई। वहीं, कांग्रेस ने सिर्फ 18 सीटें जीतीं। आम आदमी पार्टी का इस बार दिल्ली चुनाव में प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है। पार्टी ने 70 में से 22 सीटें जीती हैं, जबकि बीजेपी ने 48 सीटें जीतने के पूरे 27 साल बाद राजधानी की सत्ता में वापस आ गया है।