स्वास्थ्य

डायबिटीज कैसे किडनी को खराब करती है, एक्सपर्ट से जानें

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में डायबिटीज एक आम समस्या बनती जा रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ ब्लड शुगर को बढ़ाता है, बल्कि शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों, खासकर किडनी को भी गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है।

आज डायबिटीज की दर तेजी से बढ़ रही है। खराब लाइफस्टाइल, खराब खाना खाना और कम शारीरिक व्यायाम के कारण यह बीमारी आम हो गई है। डायबिटीज शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाता है और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है। इनमें से सबसे अधिक नुकसान किडनी को होता है। किडनी शरीर से टाक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती हैं, लेकिन ब्लड शुगर लंबे समय तक नियंत्रण में नहीं रहता तो यह धीरे-धीरे किडनी को नुकसान पहुंचाने लगता है। इस हालत को डायबिटिक नेफ्रोपैथी कहा जाता है, जो गंभीर रूप से किडनी फेलियर का कारण बन सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि डायबिटीज से किडनी को क्या नुकसान होते हैं, लेकिन इससे पहले जान लेते हैं कि डायबिटीज कैसे होती है।

डायबिटीज होती है जब शरीर में इंसुलिन हॉर्मोन काम नहीं करता। इससे ब्लड शुगर स्तर बढ़ जाता है और नियंत्रित नहीं होता। ज्यादा प्रोसेस्ड, जंक या मीठा खाना ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। ब्लड शुगर के स्तर को कम करने वाले कारक में शामिल हैं: कम व्यायाम, मोटापा, धूम्रपान, शराब, अधिक मानसिक तनाव और कम नींद। इसके अलावा, नई पीढ़ी को डायबिटीज का खतरा हो सकता है अगर परिवार में पहले से ही किसी व्यक्ति को डायबिटीज है। आइए अब जाने डायबिटीज कैसे किडनी को नुकसान पहुंचाती है और इससे बचाव के तरीके क्या हैं।

डायबिटीज का किडनी पर प्रभाव

डायबिटीज का सबसे खतरनाक असर किडनी पर होता है, डॉ. कवलजीत सिंह बताते हैं। यह किडनी की नसों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है, जिससे किडनी फिल्टर करने में असमर्थ हो जाती है। इससे किडनी का काम कम हो जाता है। साथ ही किडनी के फिल्ट्रेशन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे वह कमजोर होने लगती है। जब किडनी कमजोर हो जाती है, तो वह भी यूरिन के जरिए शरीर से प्रोटीन निकालने लगती है, जिससे शरीर कमजोर हो जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है जब किडनी काम नहीं करती। इससे किडनी खराब होती है। और स्टेज किडनी डिजीज में किडनी 85 से 90% तक खराब हो जाती है। इस स्थिति में शरीर के टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं. ऐसे मरीजों को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है।

बचाव कैसे करें?

ब्लड शुगर को कंट्रोल रखें.

स्वस्थ खानपान अपनाएं

पर्याप्त पानी पिएं.

रोजाना एक्सरसाइज करें.

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें.

धूम्रपान और शराब से बचें.

नियमित हेल्थ चेकअप कराएं.

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