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रेस्टॉरेंट्स, क्रेडिट कार्ड कंपनियों के साथ बिजनेस बढ़ाने के लिए कैसे डील करते हैं?

 रेस्टॉरेंट्स: क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर के साथ सहयोग करने का निर्णय कई महत्वपूर्ण कारक पर निर्भर करता है।

रेस्टॉरेंट्स सबसे पहले किसी भी कार्ड प्रोवाइडर का कस्टमर बेस देखते हैं। व्यवसायी को हर कार्ड ट्रांजेक्शन पर 1.5 से 2 प्रतिशत का कमीशन देना होता है, जो कमीशन फीस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

देश भर में कई क्षेत्रों और कंपनियां बिजनेस को बढ़ाने के लिए कई तरकीब अपना रही हैं, क्योंकि क्रेडिट कार्ड का उपयोग बढ़ता जा रहा है। व्यापार को बढ़ाने और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कंपनियां क्रेडिट कार्ड कंपनियों, बैंकों और ऐप के साथ काम कर रही हैं। यहां तक कि रेस्टॉरेंट्स भी किसी से कम नहीं हैं। अब बाकी रेस्टॉरेंट्स भी क्रेडिट कार्ड कंपनियों, बैंकों और ऐपों के साथ पार्टनरशिप कर रहे हैं और ग्राहकों को बेहतरीन ऑफर दे रहे हैं. ये पार्टनरशिप बड़े और प्रसिद्ध रेस्टॉरेंट्स से अलग हैं। यहां हम क्रेडिट कार्ड कंपनियों, बैंकों और ऐप के साथ कैसे काम करते हैं, जिससे सभी को लाभ हो।

पार्टनरशिप से सभी को लाभ होता है

क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर के साथ सहयोग करने का निर्णय कई महत्वपूर्ण कारक पर निर्भर करता है। रेस्टॉरेंट्स सबसे पहले किसी भी कार्ड प्रोवाइडर का कस्टमर बेस देखते हैं। व्यवसायी को हर कार्ड ट्रांजेक्शन पर 1.5 से 2 प्रतिशत का कमीशन देना होता है, जो कमीशन फीस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अलावा, रेस्टॉरेंट और उनके ग्राहक दोनों को कैशबैक और डिस्काउंट जैसे फायदे कमाने का मौका मिलता है।

रेस्टॉरेंट्स और कार्ड प्रोवाइडर के बीच होने वाली पार्टनरशिप की शर्तों में अवधि, विशिष्टता और समाप्ति की शर्तें शामिल हैं, जो बहुत सावधानी से समीक्षा की जाती हैं ताकि अधिक से अधिक समय तक काम करना संभव हो सके।”

Buy One Get One फ्री ऑफर का सबसे बड़ा फर्क

रेस्टॉरेंट अलग-अलग ऑफर्स को मिलाकर ग्राहकों को आकर्षित करने और उन्हें अपना नियमित ग्राहक बनाने का प्रयास करते हैं। Experts कहते हैं कि प्रतिशत में छूट देने से ग्राहक सीधा प्रभावित होते हैं। यदि कोई रेस्तरां बिल पर २० प्रतिशत का डिस्काउंट देता है, तो ऐसा ऑफर ग्राहकों को सबसे अधिक प्रभावित करेगा। जबकि Buy One Get One Free डील बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी करती है, लॉयल्टी रिवॉर्ड ग्राहकों को बार-बार आने के लिए प्रेरित करते हैं।

सीमित समय वाले ऑफर तुरंत नए ग्राहक लाने में मदद करते हैं, जबकि कैशबैक और लॉयल्टी पॉइंट्स जैसे लाभ भविष्य में खपत को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। त्योहारों और अवसरों के प्रचार से भी काफी लाभ मिलता है। इसके अलावा, छुट्टियों के समय ऑफर्स में बढ़ोतरी की जाती है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि करीब 75% ग्राहक कैशबैक या लॉयल्टी पॉइंट्स के बजाय फ्लैट डिस्काउंट को प्राथमिकता देते हैं।” सिर्फ 15 प्रतिशत लोग ही कैशबैक को पसंद करते हैं जबकि सिर्फ 10% ग्राहक लॉयल्टी पॉइंट्स को चुनते हैं।

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