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Income Tax Data: मोदी सरकार के दस साल में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 182 प्रतिशत बढ़ गया, डबल हो गए टैक्स देने वाले

Income Tax Data: CBI के टाइम-सीरीज डेटा के अनुसार, बीस वर्षों में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या में 132 प्रतिशत का उछाल हुआ है।

Income Tax Data: पिछले दस वर्षों में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है। 2013-14 साल में 3,79,74,966 आयकर रिटर्न फाइल किए गए, जो 2023-24 साल में 8,61,32,779 तक बढ़ गया। यही कारण है कि मोदी सरकार के पिछले दस वर्षों के दौरान इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या में 4,81,57,813 का विस्तार हुआ है। यानी बीस साल में IT रिटर्न भरने वालों की संख्या 127 प्रतिशत बढ़ी है।

10 वर्ष में 132% बढ़ गए ITR फाइल करन वाले

केंद्रीय बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) ने वर्ष 2022–2023 के लिए समय-सीरीज डेटा जारी किया है। इस सूचना के अनुसार, 2013-14 वित्त वर्ष में 3,50,43,126 इंडीविजुअल टैक्सपेयर्स ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किए, जो 2023-24 में 8,13,90,736 हो गया। पिछले दस वर्षों में, व्यक्तिगत श्रेणी के टैक्सपेयर्स की संख्या में 4,63,47,610 का इजाफा हुआ है। यानी पिछले दस वर्षों में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाले लोगों की संख्या 132 प्रतिशत बढ़ी है।

टैक्सपेयर्स की संख्या दोगुना हो गई

Income Tax Department ने बताया कि वर्ष 2013-14 में पैन कार्ड रखने वाले सभी टैक्सपेयर्स की संख्या 5,26,44,496 थी, जो वर्ष 2023-24 में 10,41,13,847 हो गई। इसमें इंडीविजुअल टैक्सपेयर्स की संख्या 2013-14 में 4,95,76,555 थी, जो 2023-24 में 9,91,75,656 हो गई। यानी दस वर्षों में इंडीविजुअल टैक्सपेयर्स की संख्या दोगुना बढ़ी है।

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 182% बढ़ा

सीबीडीटी (केंद्रीय डायरेक्ट टैक्स बोर्ड) के डेटा के अनुसार, मोदी सरकार के पहले वित्त वर्ष 2014-15 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन लगभग 6,95,792 करोड़ रुपये (6.96 लाख करोड़ रुपये) था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 19,60,166 करोड़ रुपये हो गया। यही कारण है कि मोदी सरकार के दस साल के कार्यकाल में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में, इनकम टैक्स, कॉरपोरेट टैक्स और सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) में 12,64,374 करोड़ रुपये, यानी लगभग 12.64 लाख करोड़ रुपये का उछाल हुआ है। डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 2004 से 25 तक 1.32 लाख करोड़ रुपये था।

कुल टैक्स कलेक्शन में 56.72% डायरेक्ट टैक्स का हिस्सा

सीबीडीटी के टाइम सीरीज डेटा के अनुसार, 2013-14 वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स का हिस्सा 56.32% था, जो 2023-24 में 56.72% था। वित्त वर्ष 2003-04 में कुल टैक्स रेवेन्यू में डायरेक्ट टैक्स की हिस्सेदारी 41.42 फीसदी रही थी.

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