Japan Moon Mission: शनिवार को जापान भी भारत की तरह चांद पर उतरने की कोशिश करेगा, जानें पूरी जानकारी

पिछले साल 7 सितंबर को जापान ने SLIM (स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून) स्पेसक्राफ्ट को मिशन पर रवाना किया था।
जापान की स्पेस एजेंसी जाक्सा (Jaxa) का मून मिशन इस शनिवार 20 जनवरी को चंद्रमा पर लैंड करने की कोशिश करेगा। योजना पूरी होने पर जापान चंद्रमा पर उतरने वाला पांचवां देश बन जाएगा। पिछले साल 7 सितंबर को जापान ने स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (SLIM) नाव को मिशन पर भेजा था। भारतीय समय के अनुसार रात 8:50 बजे, ‘स्लिम’ लैंडर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश करेगा।
ISRO चांद पर 40 दिन में पहुंचा, जापान ने चार महीने लगाए
भारतीय स्पेस एजेंसी इसराे (ISRO) ने चांद पर पहुंचने में 40 दिन लगाए थे। तब कहा गया कि हम रूस और अमेरिका से धीमे हैं। लेकिन जापानी मिशन ने शुरू होने के लगभग चार महीने बाद चंद्रमा पर उतरने की कोशिश करने की योजना बनाई है।
इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि जापान ने चांद तक पहुंचने के लिए एक SLIM स्पेसक्राफ्ट का प्रयोग किया, जो एक लंबा रास्ता है। इससे ईंधन का प्रयोग कम हुआ है। 4 महीनों की दूरी पर जापान का स् पेसक्राफ्ट लगभग एक महीने से चांद पर घूम रहा है।
कहां उतरेगा जापान का स्पेसक्राफ्ट
जापान का मिशन चांद पर शियोली क्रेटर में उतरने का प्रयास करेगा। जापानी स्पेस एजेंसी का लक्ष्य एक प्रोब के रूप में मिशन को सफल बनाना है और निर्धारित स्थान पर सटीक लैंडिंग करना है। SLIM लैंडर का वजन भारत के विक्रम लैंडर से बहुत कम है। विक्रम लैंडर का वजन 1750 किलो था, जबकि SLIM लैंडर लगभग 200 किलो का है। पिछले साल सितंबर में जाक्सा ने SLIM Spacecraft (SLIM) को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए बनाया था। स् पेसक्राफ्ट को H-2A नामक रॉकेट पर सवार कर रवाना किया गया था।