Mahakumbh 2025: मीटिंग में सीएम योगी ने कहा, “हर एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।”

Mahakumbh 2025: उनका कहना था कि हर पर्यटक को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। यातायात को रोकना नहीं चाहिए, चाहे वह महाकुम्भ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने का रास्ता हो।
Mahakumbh 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के बाद देर रात शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, अयोध्या मीरजापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर उनका कहना था कि हर पर्यटक को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। यातायात को रोकना नहीं चाहिए, चाहे वह महाकुम्भ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने का रास्ता हो। मुख्यमंत्री ने एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज से नवीनतम जानकारी प्राप्त करते हुए महाकुम्भ मेला क्षेत्र में निरंतर सावधानी बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या, वाराणसी, मीरजापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से वहां आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए किए गए उपायों की जानकारी ली। इसी तरह, प्रयागराज से सीमा साझा करने वाले सभी जिलों के अधिकारियों को प्रयागराज प्रशासन से निरंतर संपर्क रखने का आदेश दिया गया था।
विशेष बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिये गए प्रमुख दिशा-निर्देश:-
प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बहुत से लोग आते हैं। अब श्रद्धालु स्नान करके अपने घर जा रहे हैं। एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज प्रत्येक श्रद्धालु की सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करें। यह हमारी जिम्मेदारी है। इसके लिए रेलवे से समन्वय बनाकर ट्रेनों का निरंतर संचालन सुनिश्चित करना चाहिए। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई जाएं।
मेला क्षेत्र में भीड़ का दबाव कम करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। स्थिति को देखते इन्हें आगे बढ़ने दें। जहां भी लोगों को रोका गया है, सभी को भोजन और पेयजल मिलेगा। भोजन-पानी की कोई समस्या नहीं होगी। बिजली की आपूर्ति किसी भी होल्डिंग क्षेत्र में बाधित नहीं होनी चाहिए।
सीमावर्ती जनपद, प्रयागराज से मिल रहे निर्देशों का पालन करें। पेट्रोलिंग को बढ़ावा दें। अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज और वाराणसी-प्रयागराज के सभी मार्गों पर यातायात को कहीं भी बाधित नहीं करना चाहिए। प्रयागराज से वापसी के सभी रास्ते निरंतर खुले रहने चाहिए।
महाकुम्भ मेला क्षेत्र में निरंतर आवागमन होता है। अनावश्यक लोगों को रोकने से बचें। कहीं भी भीड़ का प्रभाव नहीं हुआ। मार्गों पर जाम नहीं होना चाहिए। यदि स्ट्रीट वेंडर कहीं सड़कों पर हैं, तो उन्हें खाली जगह पर स्थानांतरित करें। आवागमन निरंतर होना चाहिए। कहीं भी जाम नहीं होना चाहिए।
तीन फरवरी को बसंत पंचमी पर ‘अमृत स्नान’ होना है। पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव ने महाकुम्भ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाएगी। बसंत पंचमी के सुरक्षा और सुविधा से जुड़े हर एक मुद्दे पर ध्यान दें।
महाकुम्भ में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कुम्भ 2019 के समय प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती की जा रही है। विशेष सचिव स्तर के 05 अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है। यह 12 फरवरी तक प्रयागराज में रहकर व्यवस्थाओं को सुधारने में मदद करेंगे। साथ ही पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
लाखों लोग वाराणसी और अयोध्या में भी महाकुम्भ देखने आते हैं। चित्रकूट और मीरजापुर में भी बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है। अगले दो दिनों में अधिक लोग आने की उम्मीद है। इसलिए तीनों प्रमुख नगरों में विशेष सावधानी की जरूरत है। सतत सतर्कता-सावधानी बनाये रखें। होल्डिंग एरिया बनाकर लोगों को रोकें और आगे बढ़ने दें। बैरिकेडिंग का उपयोग करें। ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन हो। पार्किंग की उचित व्यवस्था हो। लगातार मॉनीटरिंग करते रहें।