धर्म

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के दिन इन गलतियों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि वे आपके लिए मुश्किलों को बढ़ा सकते हैं!

Mahashivratri 2025 कब होगा: हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि एक महत्वपूर्ण त्योहार है।

Mahashivratri 2025: इस दिन भगवान शिव को विधि-विधान से व्रत और पूजन किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का व्रत और पूजन करना विशेष आशीर्वाद देता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में महाशिवरात्रि के व्रत और पूजन के नियम हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या गलत नहीं करना चाहिए।

महाशिवरात्रि को भगवान शिव का विवाह दिवस कहा जाता है। माता सती की वर्षों की तपस्या महाशिवरात्रि के दिन ही पूरी हुई थी और भगवान शिव से शादी हुई। भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह महाशिवरात्रि के दिन हुआ था। महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती की एकता का उत्सव है। ये हिंदू धर्म का सबसे बड़ा पवित्र पर्व है। फाल्गुन की चतुर्दशी को ये पर्व मनाया जाता है।

मान्यताओं के अनुसार…

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को महाशिवरात्रि के दिन व्रत और पूजन किया जाता है। भगवान इस दिन प्रसन्न मुद्रा में रहेंगे। इसलिए मान्यता है कि इस दिन जो भी भगवान शिव का व्रत और पूजन करता है, उसे जीवन भर धन-वैभव मिलता है। उसकी हर इच्छा पूरी होती है। जीवन के सभी दर्द दूर हो जाते हैं।

महाशिवरात्रि के व्रत और पूजन के क्या नियम हैं?

हिंदू धर्म शास्त्रों में महाशिवरात्रि के व्रत और पूजन के नियम हैं। इन नियमों का पालन किया जाना चाहिए। इस दिन भगवान शिव के व्रत और पूजन करते समय बहुत सावधान रहना चाहिए। इस दिन कोई गलत काम नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि आज की गलतियों से भगवान शिव क्रोधित हो सकते हैं, जिससे जीवन में कठिनाईएं आ सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन कौनसी गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।

महाशिवरात्रि कल है।

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को कल सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर शुरू होगी। वहीं 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर इस दिन का समापन होगा। महाशिवरात्रि की पूजा रात्रि में होती है, इसलिए व्रत भी कल, 26 फरवरी को किया जाएगा।

महाशिवरात्रि पर इन गलतियों से बचें

महाशिवरात्रि के दिन कांसे के बर्तन से भोलेनाथ को दूध या जल नहीं चढ़ाएं। ऐसा करना घातक है। शंख में जल लेकर भी न चढ़ाएं।

पूजा करते समय भगवान को कमल, कनेर या केतकी के फूल नहीं चढ़ाएं।

पूजा में भगवान को कच्चा चावल नहीं चढ़ाएं। हल्दी, रोली, मेहंदी और सिंदूर भी न चढ़ाएं।

भोलेनाथ की पूजा करते समय कभी भी काले कपड़े नहीं पहनें।

मांस, मदिरा, प्याज और लहसुन को नहीं खाना चाहिए।

यदि आपने व्रत रखा है, तो दिन में बिल्कुल नहीं सोना चाहिए।

नकारात्मक विचार मन में न लाएं। किसी को अपशब्द नहीं कहना चाहिए।

क्रोध करने से बचें। किसी से झगड़ा या विवाद न करें।

व्रत में अनाज भूलकर भी न खाएं। सिर्फ फलाहार करें।

Related Articles

Back to top button