स्वास्थ्य

MRI Scan: क्या MRI से हो सकता है कोई खतरा? क्यों होने लगती है घबराहट

MRI Scan: इस टेस्ट के बाद आपकी सेहत पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। एक्सपर्ट्स का कहना है कि एमआरआई के दौरान पूरी सावधानी बरती जाती है। मरीज़ की हालत के हिसाब से उसे दवाईयां भी दी जाती हैं।

MRI Scan: शरीर के अंदर की इमेज लेने के लिए मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग स्कैन (MRI) का उपयोग किया जाता है। इसे गंभीर बीमारियों में करवाने की सलाह दी जाती है। एमआरआई में मैग्नेट और रेडियो तरंगों का उपयोग करके शरीर के अंदर देखा जाता है। MRI एक लाउड मशीन है। इसमें शोर कम करने के लिए इयरप्लग या हेडफोन शामिल हैं। MRI के दौरान लेटने को कहा जाता है। यही कारण है कि एमआरआई टेस्ट के दौरान घबराहट क्यों होती है और क्या कोई खतरा हो सकता है? आइए जानते हैं उत्तर…

MRI के दौरान घबराहट क्यों होती है?

एमआरआई के दौरान डरने के कई कारण हैं। कुछ लोग घबरा जाते हैं क्योंकि MRI मशीन एक सीमित और बंद स्थान है। एमआरआई मशीन के दौरान अजीब आवाजें और शोर हो सकती हैं, जो घबराहट का कारण बन सकती है। इसके अलावा, एमआरआई के दौरान मरीज को अपने शरीर को स्थिर रखना चाहिए, जो इस समस्या को जन्म दे सकता है।

MRI परीक्षण से उत्पन्न जोखिम

एमआरआई के दौरान घबराहट बहुत कम खतरनाक हो सकती है। इससे दिल का दौरा हो सकता है, जो कई बार खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, घबराहट ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है, जो हार्ट के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

क्या एमआरआई रिस्क भी हैं?

इस टेस्ट के बाद आपकी सेहत पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। एक्सपर्ट्स का कहना है कि एमआरआई के दौरान पूरी सावधानी से काम लिया जाता है। मरीज़ की हालत के हिसाब से उसे दवाईयां भी दी जाती हैं। एमआरआई में मरीज को एक स्कैनिंग मशीन के भीतर डाला जाता है, जो चुंबकीय क्षेत्र बनाकर शरीर के भीतर की संरचनाओं की तस्वीर कंप्यूटर को दिखाती है।

ऐसे में मरीज को धातु पहनकर या कपड़ों में रखकर स्कैनर में जाने से पहले खतरा हो सकता है। इससे मैगनेटिक फील्ड बनाने वाली मशीन इस धातु से संपर्क कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप धातु गर्म हो सकता है और करंट बना सकती है। इससे मरीज भी मर सकता है। मशीन में जाने से पहले कोई भी चुंबकीय क्षेत्र या धातु बाहर निकाल दें।

MRI के दौरान सावधानियां

1. लोहे या धातु की किसी भी चीज पहनकर या लेकर न जाएं।

2. विशेषज्ञ डॉक्टरों या रेडियोग्राफर की सलाह का पूरा पालन करें।

3. ताकि जरूरत के हिसाब से दवाईयां ली जा सकें, इस टेस्ट से पहले अपनी स्वास्थ्य स्थिति से जुड़ी सभी जानकारी डॉक्टर को अवश्य बताएं।

4. टेस्ट के तुरंत बाद थकान या बेहोशी महसूस होने पर कुछ देर आराम करें।

5. कुछ खाने के बाद ही ड्राइविंग जैसे काम करें

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