दिवाली पर हरियाणा के CM Nayab Saini ने किसानों को उपहार दिया है। 2 लाख 62 हजार किसानों के बैंक खातों में 300 करोड़ रुपये की बोनस राशि दी गई है।
साथ ही CM Nayab Saini ने किसानों को व्हाट्सएप के माध्यम से 40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी वितरित किए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने विवादों से समाधान योजना का भी शुभारंभ किया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने श्री गुरु नानक देवी जी के 555वें प्रकाश पर्व पर राज्य के किसानों को उपहार दिया है। 2 लाख 62 हजार किसानों के बैंक खातों में 300 करोड़ रुपये की बोनस दी गई है। बाकी बची हुई तीसरी किस्त भी जल्द जारी होगी।
मुख्यमंत्री ने व्हाट्सएप पर 40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण का भी शुभारंभ किया है। किसानों को मोबाइल पर WhatsApp के माध्यम से सभी आवश्यक जानकारी मिलेगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विवादों से समाधान योजना (वीएसएसएस-2024) का शुभारंभ किया।
550 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण राहत मिलेगी
योजना में एन्हांसमेंट से जुड़े प्रश्नों का समाधान होगा। 15 नवंबर से अगले छह महीने तक कार्यक्रम लागू रहेगा। लगभग 7000 प्लॉट धारकों को लगभग 550 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण राहत मिलेगी।
40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण का शुभारंभ
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को 555वें प्रकाश पर्व पर दो लाख 62 हजार किसानों के बैंक खातों में 300 करोड़ रुपये की बोनस राशि दी। उस समय, मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए एक अतिरिक्त कदम उठाते हुए वाट्स-एप के माध्यम से 40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्डों का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने खरीफ सीजन के दौरान खराब मौसम की वजह से राज्य की कृषि और बागवानी फसलों पर 2000 रुपये प्रति एकड़ बोनस देने का निर्णय लिया था।
इसके तहत 16 अगस्त को पांच लाख 80 हजार किसानों के खाते में 496 करोड़ रुपये की बोनस राशि डाली गई थी। शुक्रवार को 2.62 लाख किसानों को बोनस राशि दिए जाने के बाद अब शेष चार लाख 94 हजार किसानों की 580 करोड़ रुपये की बोनस राशि भी अगले 10 से 15 दिन में खाते में डाल दी जाएगी।
मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर जिन किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया हुआ है, उन सभी किसानों को यह बोनस राशि दी जाएगी। कुल 1380 करोड़ रुपये की राशि किसानों को दी जानी है। किसानों को अब वाट्स-एप के माध्यम से मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए जाएंगे। जैसे ही मिट्टी के नमूने के परीक्षण के परिणाम पोर्टल पर आनलाइन होंगे, मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों के वाट्स-एप नंबर पर पहुंच जाएगा।