Pregnancy Health Tips: गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को इन पांच इंफेक्शनों का सबसे अधिक खतरा होता है, इनके लक्षण ऐसे दिखते हैं

Pregnancy Health Tips: गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को बहुत सावधान रहना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को जरा सा लापरवाही पांच तरह के संक्रमणों का शिकार बना सकती है। यही कारण है कि साफ-सफाई से लेकर भोजन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
Pregnancy Health Tips: गर्मियों में अधिक सावधानी की जरूरत होती है, लेकिन गर्भावस्था का पूरा समय सावधान रहना चाहिए। गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को पांच प्रकार की बीमारी होने का अधिक खतरा रहता है। गर्भस्थ शिशु की सेहत भी इस इंफेक्शन से प्रभावित हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को गर्मियों में होने वाले प्रमुख पांच इंफेक्शन कौन से हैं, यहां हम आपको बता रहे हैं।
गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को कुछ अधिक सतर्क रहने की जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं को इस समय कई तरह के संक्रमण होने का खतरा रहता है। इनमें से पांच सबसे आम हैं। इनमें उल्टी, यूरिन संक्रमण, स्किन रैशेज और डायरिया भी शामिल हैं।
यूरीन ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)
शरीर में गर्मियों में पानी की मात्रा कम हो जाती है। जो यूटीआई का खतरा बढ़ाता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलावों से यूरिन ब्लैडर और मूत्रमार्ग कमजोर हो जाते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षणों में से एक है यूरिन पास करने में दर्द या जलन होना। बार-बार यूरिन आना, गाढ़ा यूरिन होना या यूरिन से तेज बदबू आना इससे बचने के लिए दिन में आठ से दस गिलास पानी जरूर पीएं। यूरिन को लंबे समय तक न रोकें। स्वच्छता का ध्यान रखें।
फूड पॉइजनिंग
र्मियों में खाद्य पॉइजनिंग का खतरा अधिक होता है। भोजन और पानी की शुद्धता पर विशेष ध्यान दें। बासी खाना और दूषित पेय पीने से बचें। गर्भस्थ शिशु को खाने से नुकसान हो सकता है।
फंगल इंफेक्शन
गर्मियों में अधिक पसीना आता है। गर्भावस्था में पसीना स्वाभाविक रूप से अधिक होता है। इसलिए फंगल संक्रमण का खतरा बना रहता है। त्वचा भी प्रतिक्रिया करती है। ऐसे में भी तनाव बढ़ने की आशंका है। इसलिए सूती कपड़े और हल्के कपड़े का प्रयोग करें।
यीस्ट इंफेक्शन
गर्मी में अधिक पसीना आने से नमी अधिक रहती है। जिससे कैंडिडिआसिस (यीस्ट फंगस) होने का खतरा रहता है। इससे योनी क्षेत्र में खुजली, जलन और सफेद निकलता है। बच्चे के जन्म के समय इस इंफेक्शन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
हेपेटाइटिस ए संक्रमण
ग्रीमियों में हेपेटाइटिस भी संक्रमण का खतरा है। इससे बचने के लिए भोजन और पानी की शुद्धता अनिवार्य है।गर्भावस्था में लिवर ज्यादा काम करता है इसलिए खाने और पानी का विशेष ध्यान रखना चाहिए।