RBI की कार्रवाई के बाद Paytm का रिएक्शन क्या होगा? इसका असर क्या होगा?

Ban Paytm Payment: आरबीआई ने पेटीएम को कुछ सेवाएं दी हैं। ग्राहक वॉलेट में बचे हुए पैसे को अपने बचत खाते में स्थानांतरित कर सकते हैं। हर दिन लाखों लोग पेटीए का इस्तेमाल करते हैं।

How to handle the RBI ban on Paytm Payments Bank: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने PayTM Payments Bank पर लगाई गई पाबंदी के बाद पेटीएम के शेयर 20 प्रतिशत तक गिर गए हैं। 29 फरवरी से पेटीएम सेवाएं नहीं देगा। 6 हफ्तों के निचले स्तर पर पेटीएम के शेयर 609 रुपये हो गए हैं। रिजर्व बैंक ने यह कार्रवाई ऑडिट में सुपरवाइजरी खामियां पाए जाने पर बैंकिंग रेगुलेशन अधिनियम के तहत पेटीएम पर की है। RBI के निर्देशों का पालन करने के लिए पेटीएम ने कार्रवाई के तुरंत बाद घोषणा की है। इसमें उनकी चिंताओं को जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास भी शामिल है।

पेटीएम पेमेंट्स भी बैंक के कस्टमर अकाउंट, वॉलेट, फास्टैग और अन्य सेवाओं में पैसे निकालने से प्रतिबंधित हैं। पेटीएम ने खुद इसके हानिकारक प्रभावों की घोषणा की है। पेटीएम का अगला कदम क्या होगा? RBI की कार्रवाई के बाद 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक जमा और क्रेडिट सेवाएं नहीं दे पाएगा।

2015 में पेटीएम पेमेंट्स बैंक को लाइसेंस दिया गया था और नवंबर 2017 में काम शुरू हुआ था। वन 97 कम्युनिकेशंस नामक एक कंपनी, पेटीएम, इसका 49% स्वामित्व रखती है। पेटीएम के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी विजय शेखर शर्मा के पास बाकी 51% हिस्सेदारी है।

300-500 करोड़ रुपये का सबसे नकारात्मक असर

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम ने कहा कि वह आरबीआई के निर्देशों का पालन करने के लिए तत्काल कार्रवाई करेगी। यह अन्य बैंकों के साथ पेटीएम पेमेंट्स बैंक के साथ काम करना बंद कर देगा। पेटीएम ने कहा कि इस कार्रवाई से कंपनी की वार्षिक आय (EBITDA) पर 300-500 करोड़ रुपये का सबसे बुरा असर हो सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि आरबीआई की कार्रवाई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को बंद कर दिया है, जो एक खराब घटना है। इससे पहले से ही पेटीएम के कारोबार पर भारी नियामक दबाव बढ़ा है।

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