Varuthini Ekadashi 2025 Daan: इन 7 चीजों का दान करें, वैवाहिक बाधाएं दूर होंगी!

Varuthini Ekadashi 2025 Puja: वैवाहिक जीवन में बाधाओं को दूर करने के लिए वरुथिनी एकादशी महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है. इस कुछ खास चीजों का दान करने से शादी की समस्याएं दूर होती हैं।
Varuthini Ekadashi 2025 Daan Importance: हिंदू धर्म में वरुथिनी एकादशी एक महत्वपूर्ण व्रत है। जो हर साल वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन उनकी पूजा करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद मिलता है। मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है, चाहे पिछले जन्म के हों या इस जन्म के। इस व्रत को करना सौभाग्य, धन और समृद्धि लाता है। यह दुख और दुर्भाग्य को दूर करता है।
कुछ धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि वरुथिनी एकादशी का व्रत मोक्ष की ओर ले जाता है, जो आत्मा को जन्म और मृत्यु के चक्र से छुटकारा दिलाता है। माना जाता है कि यह व्रत जीवन में आने वाली सभी प्रकार की कठिनाइयों, दुखों और परेशानियों से छुटकारा दिलाता है। वरुथिनी एकादशी के दिन दान करना बहुत फायदेमंद होता है। इस दिन किए गए दान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 23 अप्रैल, बुधवार को शाम 4 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 24 अप्रैल, गुरुवार को दोपहर 2 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी, पंचांग के अनुसार। ऐसे में, वरुथिनी एकादशी उदयातिथि के अनुसार 24 अप्रैल, गुरुवार को ही मनाई जाएगी। इसके अलावा, 25 अप्रैल, शुक्रवार को सुबह 5 बजे 46 मिनट से 8 बजे 23 मिनट तक व्रत का पारण किया जाएगा।
इन चीजों का वरुथिनी एकादशी पर करें दान
केला: भगवान विष्णु को केला अत्यंत प्रिय है. वरुथिनी एकादशी के दिन गरीबों को केला देना शुभ है। इससे प्रेम बढ़ता है और वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
मौसमी फल: अपनी क्षमता और श्रद्धा के अनुसार मौसमी फलों का दान करना भी शुभ है। इससे घर में खुशी और संबंधों में मधुरता आती है।
धन: वरुथिनी एकादशी के दिन अपनी क्षमता के अनुसार धन देना भी शुभ है। इससे वैवाहिक जीवन में स्थिरता आती है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं। दान करने से पहले धन भगवान विष्णु को अर्पित करें।
पीला वस्त्र: भगवान विष्णु पीला रंग बहुत पसंद करते हैं। इस दिन पीले वस्त्रों का दान करना, खासकर विवाहित जोड़ों को, वैवाहिक जीवन में खुशहाली लाता है और एक दूसरे को समझने में मदद करता है।
अन्न: वरुथिनी एकादशी पर अन्न देना बहुत महत्वपूर्ण है। दान करने वाले को न केवल पुण्य मिलता है, बल्कि पितरों को भी खुशी मिलती है, क्योंकि इससे उनका आशीर्वाद मिलता है और वैवाहिक जीवन में आने वाले अवरोध दूर होते हैं।
मिट्टी का घड़ा भरकर जल: गर्मी के मौसम में मिट्टी का घड़ा भरकर पानी देना बहुत शुभ है। इससे न केवल राहगीरों को राहत मिलती है, बल्कि प्यार और सौहार्द्र को भी बनाए रखने में भी मदद मिलती है।
तिल: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु ने तिल बनाया था। एकादशी के दिन काले तिल का दान करना या उसे जल में प्रवाहित करना भगवान विष्णु और शनिदेव दोनों को प्रसन्न करता है, जिससे शादी में आने वाली मुश्किलों को कम किया जा सकता है।
वरुथिनी एकादशी का क्या महत्व है?
हिन्दू धर्म में वरुथिनी एकादशी एक महत्वपूर्ण व्रत है जो भक्तों को भगवान विष्णु की कृपा, पापों से मुक्ति और जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करता है। इस व्रत को करने से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और सभी दुःख दूर होते हैं। दान करते समय भक्ति और श्रद्धा का भाव होना भी महत्वपूर्ण है। अपनी क्षमता के अनुसार दान करें और असहाय लोगों को मदद करें। वरुथिनी एकादशी के दिन व्रत और भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा भी वैवाहिक जीवन की बाधाओं को दूर करने में सहायक होती है।