‘The Legend Of Maula Jatt’ ने भारत में रिलीज से पहले सियासी विवाद पैदा किया, राज ठाकरे की पार्टी ने पाकिस्तानी फिल्म को धमकी दी

The Legend Of Maula Jatt Faces Political Opposition In India: “द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट” इंडिया में रिलीज होने जा रही है। इसके बावजूद, इस पर राजनीतिक बहस हुई है। फिल्म को रिलीज न किए जाने की धमकी मिली है.

The Legend Of Maula Jatt Faces Political Opposition In India: पाकिस्तानी फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ का भारत में प्रदर्शन काफी चर्चा में है। इसकी रिलीज को लेकर पहले कई बार जानकारी सामने आती रही है। हालाँकि, अब मेकर्स ने भारत में द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट की रिलीज की तिथि घोषित कर दी है।

फवाद खान और माहिरा खान जैसे लोकप्रिय पाकिस्तानी कलाकारों की ये फिल्म पाकिस्तान की सबसे बड़ी फिल्म है। इसने दुनियाभर में 400 करोड़ पाकिस्तानी रुपये की कमाई की थी। अब ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ भारत में 2 अक्टूबर 2024 को रिलीज़ होगा। खबर आने के तुरंत बाद इस पर राजनीतिक बहस शुरू हो गई है। फिल्म को लेकर महाराष्ट्र में विरोध प्रकट हुआ है और राज ठाकरे की पार्टी ने फिल्म को रिलीज नहीं होने देने की घोषणा की है।

मनसे ने ‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ का विरोध किया

‘द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट’ के निर्माताओं ने 18 सितंबर को भारत में इसकी रिलीज की तारीख घोषित की है। निर्माताओं ने पोस्टर को इंस्टाग्राम पर शेयर करके कैप्शन दिया, “दो साल बाद भी, मौला जट्ट की लीजेंड अभी भी अनस्टॉपेबल है।” 2 अक्टूबर 2024 से बड़े पर्दे पर भारत में महाकाव्य गाथा का गवाह बनें।’

इंडिया में फिल्म की रिलीज डेट के साथ ही इसे सियासी जगत से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ईटाइम्स के मुताबिक महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) जो कि राज ठाकरे की पार्टी है वो फिल्म के खिलाफ है और इसे इंडिया में रिलीज किए जाने के विरोध में है.

मनसे नेता ने कहा कि फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे

मनसे के प्रोड्यूसर और नेता अमेय खोपकर ने ई टाइम्स से बातचीत में कहा, ‘हम पाकिस्तानी फिल्मों को रिलीज नहीं होने देंगे और न ही उनके कलाकारों को भारतीय फिल्मों में काम करने देंगे।बता दें कि लंबे समय बाद भारत में कोई पाकिस्तानी फिल्म रिलीज होने वाली है। 2019 में, पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर भारतीय फिल्मों की रिलीज पर बैन लगा दिया था।

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