महिलाओं में होने वाले संकेत हैं चिंता बढ़ाने वाले

महिलाओं में जब भी हार्मोनल असंतुलन होता है तो उससे पहले ही कई तरह के संकेत मिलने लगते हैं. अगर इन पर समय रहते ध्यान दे दिया जाए तो समस्या को पहले ही कंट्रोल किया जा सकता है

पीरियड्स का समय पर ना आना

अगर पीरियड्स आने के समय में बदलाव होता है तो यह हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है. इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए 

पाचन की समस्या

पाचन या आंत से जुड़ी समस्याएं जैसे कब्ज, सूजन या दस्त होने पर सावधान हो जाना चाहिए. खानपान से जुड़ी आदतें, तनाव या दूसरी समस्याएं होने पर लापरवाही न बरतें

बालों का गिरना और पतला होना

बालों का झड़ना, पतला होना या उसमें किसी तरह की समस्या भी हार्मोनल परिवर्तन का कारण हो सकता है. इसका ख्याल रखें और खानपान को दुरुस्त रखें तनाव को दूर रखें

स्किन प्रॉब्लम

मुंहासे और ऑयली स्किन के साथ अगर ड्राईनेस बनी हुई है तो ये भी हार्मोनल संतुलन के संकेत हो सकते हैं. इसलिए लापरवाही से बचकर त्वचा का सही ख्याल रखना चाहिए

मूड स्विंग

मूड में उतार-चढ़ाव, स्ट्रेस, डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन भी हार्मोनल असंतुलन का कारण हो सकता है. इसका सबसे अच्छा तरीका है कि एक मूड डायरी साथ रखें और पैटर्न को नोट करते रहें 

अचानक से वजन बढ़ना-घटना

किसी कारण वजन कम या ज्यादा हो रहा है तो अलर्ट हो जाना चाहिए, क्योंकि यह भी हार्मोनल असंतुलन का ही संकेत है 

थकान, लो एनर्जी और नींद की समस्या

लगातार थकान और लो एनर्जी की स्थिति भी संकेत देती है कि हार्मोन में असंतुलन हो रहा है. इससे बचने के लिए लाइफस्टाइल सही बनाएं, नींद प्रॉपर तरीके से लें और तनाव को कम करने की कोशिश करें