ये है झारखंड की सबसे डरावनी जगहें नाम सुनकर भी कांप  जाते हैं लोग 

झारखंड अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है इसलिए हर दिन यहां हजारो सैलानी घूमने के लिए आते हैं 

झारखण्ड अपनी सुंदरता, घने जंगल, मनमोहक झरने, खूबसूरत पहाड़, ऐतिहसिक जगह और पवित्र स्थलों की वजह से पूरे भारत में एक लोकप्रिय पर्यटन राज्य माना जाता है 

लेकिन इस खूबसूरत राज्य में ऐसी कई डरावनी जगहों भी मौजूद हैं, जहां रात तो छोड़ दीजिए, कई लोग दिन के उजाले में भी जाने से डरते हैं 

रांची की एफ-13 एचईसी कॉलोनी के बारे में कहा जाता है कि यहां कुछ सरकारी लोग रहते थे, लेकिन आचानक एक दिन कई लोग इस कॉलोनी को छोड़कर चले गए . लोगों के अनुसार इस कॉलोनी में एक भाई-बहन साथ में रहते थे, लेकिन एक दिन अचानक दोनों ने आत्महत्या कर ली इस घटना के बाद कॉलोनी में डर का माहौल खड़ा हो गया और कुछ दिन बाद कई कॉलोनी को छोड़कर चले गए 

एफ-13 एचईसी कॉलोनी, रांची 

झारखंड की डरावनी जगहों में रांची-जमशेदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल है .  स्थानीय लोगों का मानना है कि आधी रात के बाद इस राजमार्ग पर सफेद साड़ी पहने कई महिलाएं नृत्य करती हैं . कई लोगों का यह भी मानना है कि आधी रात को इस राजमार्ग पर चलने वाली गाड़ियों के सफेद साड़ी पहने महिलाएं लिफ्ट भी मांगती हैं 

रांची-जमशेदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग

झारखंड के धनबाद में मौजूद गोविंदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी कई डरावनी कहानियों के लिए फेमस है . स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां स्थित कुपोषण उपचार केंद्र कई वर्षों से भूतों का घर है .  कुपोषण उपचार केंद्र से आधी रात को तरह-तरह की आवाजें आती रहती हैं 

गोविंदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन को भारत के टॉप भुतहा रेलवे स्टेशन में से एक माना जाता है . कई लोगों का मानना है कि आधी रात को ट्रेन की पटरियों से अजीबो-गरीब आवाजें आती हैं . कई लोगों का मानना है कि आधी रात को ट्रेन की पटरी पर सफेद कपड़ा पहने नृत्य करते रहता है 

बेगुनकोदर रेलवे स्टेशन