किडनी के स्टोन को चूर-चूर करके रख देगी ये आर्युवेदिक जड़ी-बूटी
हमारे शरीर में किडनी की पथरी तब बनती है जब कैल्शियम, ऑक्सालेट और यूरिक एसिड जैसे अपशिष्ट पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते और पथरी का रूप ले लेते हैं
किडनी में स्टोन होने पर पेशाब के दौरान जलन, पेट में भीषण दर्द और पीठ के बीच शरीर के एक तरफ दर्द, जैसी दिक्कतें शुरू हो जाती है. यूं तो बाजार में इस समस्या से निजात पाने के लिए कई दवाएं हैं
लेकिन आर्युवेद में ऐसी कईजड़ी-बूटियां का उल्लेख मिलता हैं, जो पत्थरी को शरीर से बाहर निकाल सकती हैं
आयुर्वेद में पत्थरचट्टा के पत्ते को लाभकारी माना जाता है. किडनी की पथरी के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है
पत्थरचट्टा के पत्ते
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी पुनर्नवा भी किडनी की पथरी निकालने में मददगार मानी जाती है . इसमें यूरिन का फ्लो बढ़ाने वाला खास गुण होता है, जिससे शरीर से जहरीले तत्व आसानी से बाहर निकलते हैं और किडनी अच्छी तरह काम करती है
पुनर्नवा की जड़
अगर अश्वगंधा की जड़ों के रस को आंवला के जूस के साथ मिलाकर पिया जाए तो किडनी टूट कर शरीर से बाहर निकालने के लिए मजबूर हो जाती है
अश्वगंधा की जड़ें
कुल्थी की दाल किडनी स्टोन के लिए दुश्मन है. रोजाना इस दाल का सेवन करने से किडनी का स्टोन टुकड़े-टुकड़े में बंट कर निकल जाता है