पान के पत्ते की प्रकृति गर्म है लेकिन, जिस तरह से इसका असर होता है इससे पेट ठंडा होता है. पित्त को कम करता है और पाचन क्रिया तो संतुलित करता है
पान एक ऐसी चीज है जो कि पेट के पीएच को बैलेंस करने में मददगार है जिससे आप अपने आप कई समस्याओं से बच सकते हैं.
पान खाते समय चबाने की क्रिया लार ग्रंथियों को उत्तेजित करने में मदद करती है . इससे लार का प्रोडक्शन होता है जिसमें कुछ ऐसे एंजाइम होते हैं जिससे भोजन ठीक से टूट जाते हैं और इन्हें पचना आसान होता है
पान अच्छे पाचन में सहायता करता है . पान के पत्ते कब्ज से राहत दिलाने में भी बहुत कारगर होते हैं
पान का पत्ता पहले तो ये पेट को ठंडा करता है और इसके पीएच को बेहतर बनाता है
जब आप पान खाते हैं तो पेट के अस्तरों की हीलिंग होती है . इसका अर्क डाइजेस्टिव एंजाइम्स को बढ़ाता है जिससे मल के साथ पेट की गर्मी बाहर हो जाती है