Cervical Cancer को रोकने का क्या है तरीका, डॉक्टरों ने बताया बीमारी से जुड़ी हर जानकारी
30 से 45 वर्ष के बीच की महिलाओं में Cervical Cancer अधिक होता है, जो गर्भाशय के सबसे निचले हिस्से का घातक ट्यूमर है।
Cervical Cancer अधिकतर महिलाओं को होता है। यह गर्भाशय के सबसे निचले भाग का ट्यूमर है जो जानलेवा है। यह गर्भाशय ग्रीवा से ऊपरी योनि से संपर्क करता है। कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि, एचपीवी के खिलाफ स्क्रीनिंग और टीकों तक पहुंच की कमी के कारण अधिकांश देशों में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की मौत का एक आम कारण है। 30 से 45 वर्ष की उम्र की महिलाओं में यह कैंसर अधिक होता है। डॉ नैन्सी नागपाल और स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी जानकारी दे रही हैं।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
जब कैंसर कोशिकाएं आसपास के ऊतकों पर हमला करना शुरू कर दें, सर्वाइकल कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं। योनि से खून बहना बंद और चालू, दुर्गंधयुक्त योनि स्राव, संभोग के बाद रक्तस्राव, संभोग के दौरान दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, मीनोपॉज के बाद भी योनि से रक्तस्राव, असामान्य योनि से रक्तस्राव, थकान, भूख में कमी, वजन कम होना, पेल्विक में दर्द होना जैसी लक्षण शामिल हैं।
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए इन उपायों का पालन करें:
जल्दी टीकाकरण: ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के खिलाफ टीकाकरण सुरक्षित और बहुत प्रभावी है। यह दस वर्ष की आयु से शुरू करना चाहिए और यौन सक्रियता शुरू होने से पहले सबसे अच्छा काम करता है।
नियमित स्क्रीनिंग: नियमित सर्वाइकल स्क्रीनिंग महत्वपूर्ण है। शुरुआती चरण में किसी भी असामान्यता का पता लगाने के लिए पैप स्मियर टेस्ट को HPV डीएनए टेस्ट के साथ जोड़ा जा सकता है। प्रीकैंसरस बदलावों को पहचानने और समय पर उपचार करने में ये स्क्रीनिंग टेस्ट सहायक होते हैं।
सुरक्षित यौन संबंध रखें: संक्रमण से बचने के लिए बैरियर मेथड जैसे कंडोम का उपयोग करें। सुरक्षित यौन संबंध सर्वाइकल कैंसर से बचाव करते हैं।
स्वस्थ आहार: ताकि प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो, अपने आहार में एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल करें। मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमणों और सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम करने में मदद करती है।
धूम्रपान से बचें: धूम्रपान सर्वाइकल कोशिकाओं के डीएनए को नुकसान पहुंचाता है और कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, जिससे शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।