धर्म

कब से है Magh Gupt Navratri 2025? नोट करें दिनांक, घटस्थापना मुहूर्त और पूजा-विधि

Magh Gupt Navratri 2025: विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए माघ शुक्ल के पहली तिथि से नवमी तिथि तक नवरात्र का पूजन नियमित रूप से किया जाता है। इस नवरात्र को बहुत कम लोग मनाते हैं।

Magh Gupt Navratri: विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए माघ शुक्ल के पहली तिथि से नवमी तिथि तक नवरात्र का पूजन नियमित रूप से किया जाता है। इस नवरात्र को बहुत कम लोग मनाते हैं। इस समय उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और बंगाल में मां भगवती की पूजा की जाती है। इस नवरात्र में नौ दुर्गाओं और दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। रात्रि में गुप्त रूप से मां दुर्गा, काली, लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, पार्वती, सीता, राधा, गंगा आदि की पूजा की जाती है। इसमें साधक मां भगवती के मंत्रों का जप, तप और ध्यान करते हैं, जिससे जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। इस दौरान बहुत से साधक महाविद्या तंत्र साधना के लिए मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां दुर्गावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं।

गुप्तनवरात्रिकब से कब तक-2025 में माघ महीने का गुप्त नवरात्र 30 जनवरी से शुरू होगा। 7 फरवरी को माघ की गुप्त नवरात्रि का समापन होगा।

घटस्थापना का समय-

– यह सुबह 9 बजे 25 मिनट से 10 बजे 46 मिनट तक चलेगा।

– दोपहर 12 बजे 13 मिनट से 12 बजे 56 मिनट तक।

पूजा-विधि:

सुबह उठकर जल्दी स्नान करें, फिर पूजास्थल पर गंगाजल डालकर उसे शुद्ध करें।

घर के मंदिर में दीपक जलाएं।

गंगा जल से माँ दुर्गा को अभिषेक करें।

मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प दें, फल और मिठाई भी दें।

धुप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करके मां की आरती करें।

मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।

पूजा सामग्री की सूची- लाल चुनरी, लाल कपड़े, मौली, श्रृंगार का सामान, दीपक, घी या तेल, धूप, नारियल, साफ चावल, कुमकुम, फूल, देवता की मूर्ति या चित्र, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, बताशे या मिसरी, कपूर, फल-मिठाई, कलावा।

Related Articles

Back to top button