
हरियाणा के CM Nayab Saini ने पराली जलाने के बढ़ते मामलों पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
CM Nayab Saini: प्रदेश में लापरवाही के आरोपों के कारण 24 अधिकारी सस्पेंड कर दिए गए हैं। कृषि विभाग ने जारी किए गए निर्देशों के अनुसार यह निर्णय लिया गया।
पराली जलाने के मामले में कठोर कार्रवाई
हरियाणा में पराली जलाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले महीने में 656 से अधिक घटनाएं हुईं, जिससे दिल्ली और राज्य के कई जिलों में खतरनाक प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार ने न सिर्फ किसानों पर मामले दर्ज किए हैं, बल्कि कुछ लोगों को भी गिरफ्तार किया है। अब प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बढ़ते प्रदूषण को लेकर सख्ती
हरियाणा में पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ा है। राज्य सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन अफसरों की लापरवाही के कारण पराली जलाने के मामले नहीं रोके गए हैं। इसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह कठोर कार्रवाई की।
क्या है सरकार की मंशा?
हरियाणा सरकार (Haryana Government) पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए सख्त कानून और जुर्माने के प्रावधान पहले ही लागू कर चुकी है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि राज्य में स्वच्छ वातावरण बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है, और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वे अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पराली जलाने के मामलों को गंभीरता से लें और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
यह सस्पेंशन राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है, जिसके तहत प्रशासनिक लापरवाही और प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।