
Delhi Water Crisis: दिल्ली के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी एक चिट्ठी में कहा कि इस वर्ष भयंकर गर्मी के चलते पानी का एक बड़ा संकट पैदा हुआ है। पिछले दशक में दिल्ली में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी।
Delhi Water Crisis: दिल्ली के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट का मुद्दा उठाया गया है। उसने इसमें कहा कि हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप इस समस्या को प्राथमिकता दें और जल्द से जल्द इसका समाधान निकालें। जिससे दिल्ली को जल संकट से बचाया जा सकेगा।
मंत्रियों ने कहा, “हरियाणा से पानी आना अब बहुत जरूरी है, वरना दिल्ली मे त्राहि त्राहि मच जाएगी।” दिल्ली की जल मंत्री आतिशी जी 21 जून से अनशन पर बैठी हैं क्योंकि उन्हे 100 MGD पानी चाहिए।:”
दिल्ली में पानी का भारी संकट
इमरान हुसैन, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय और कैलाश गहलोत ने एक पत्र में लिखा, “दिल्ली में इस वर्ष भयंकर गर्मी के चलते पानी का एक बहुत बड़ा संकट पैदा हो गया है। दिल्ली बूंद-बूंद पानी को तरस गई है क्योंकि शहर पिछले दशक में कभी ऐसी गर्मी नहीं देखी गई है। दिल्लीवासियों को इस तपती गर्मी में अधिक पानी की आवश्यकता है। वर्तमान समय में दिल्ली को अधिक पानी की जरूरत है। दिल्ली का पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आता है। दुर्भाग्यवश, दिल्लीवासियों को अधिक पानी मिलना तो दूर, हरियाणा से हमें आवंटित पानी भी नहीं मिल रहा है।
पिछले कई सप्ताह से हरियाणा से आने वाले पानी में कमी हो गई है,” उन्होंने कहा। दिल्ली को पिछले कई दिनों से 100 एमजीडी पानी कम मिल रहा है। Delhi में 1 MGD पानी एक दिन में लगभग 28,500 लोगों की आवश्यकता को पूरा करता है। इसका अर्थ है कि सौ एमजीडी पानी की कमी से 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। 28 लाख लोगों को हरियाणा से कम पानी मिलने से जहां हमें अतिरिक्त पानी की आवश्यकता थी, वह पानी मिलना बंद हो गया है।:”
अब आप ही समस्या का समाधान निकाल सकते हैं।
मंत्री ने कहा, “दिल्ली सरकार ने दिल्ली की पानी की कमी को दूर करने के लिए हर संभव कोशिश की है। केंद्रीय जल मंत्री से मुलाकात करने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से जल की मांग की। हिमाचल प्रदेश यमुना में हरियाणा से दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने के लिए एक तैयर है। किंतु हरियाणा वो पानी भी हमको देने से इनकार कर रहा है। हमने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया था कि दिल्ली में पानी की कमी है, लेकिन हरियाणा सरकार ने दिल्लीवासियों को सौ मेगाग्राम (MGD) पानी नहीं दिया। हमने हर संभव उपाय किया। अब आप ही बताइए इन सब प्रयासों के बाद हमारे पास क्या विकल्प रह जाता है?”