स्वास्थ्य

Garlic In Cholesterol: यूरिक एसिड और उच्च कोलेस्ट्रॉल के लिए कच्चे लहसुन बहुत फायदेमंद है, जानें कब और कितना खाएं?

Garlic In Cholesterol: अगर आप यूरिक एसिड या बैड कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो यह इन गंभीर समस्याओं को भी कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद है। चलिए जानते हैं यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल में लहसुन के सेवन कैसे फायदेमंद है

Garlic In Cholesterol: दाल-सब्जी में लहसुन का तड़का स्वाद को कई गुना बढ़ाता है ये तो हम सब जानते हैं लेकिन आयुर्वेद में भी इस सब्जी का अहम स्थान है, कच्चे लहसुन का सेवन सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसमें एलिसिन नामक एंजाइम पाया जाता है, जो एंटी इन्फ्लामेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुणों का प्रदर्शन करता है। इसमें विटामिन सी, ए, बी, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और सेलेनियम की भरपूर मात्रा है। अगर आप यूरिक एसिड या बैड कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो यह इन गंभीर समस्याओं को भी कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद है। चलिए जानते हैं यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल में लहसुन के सेवन कैसे फायदेमंद है साथ ही इसे कब और कितना खाना चाहिए?

बैड कोलेस्ट्रॉल लाभदायक है: शरीर में एलडीएल, या बुरा कोलेस्ट्रॉल, कम होता है, जबकि कच्चा लहसुन एचडीएल, या अच्छा कोलेस्ट्रॉल, बढ़ाता है। लहसुन धामनानियों से खराब कोलेस्ट्रॉल को निकालकर यूरिन के माध्यम से बाहर निकालता है, जैसा कि जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन ने बताया है। साथ ही इसमें मौजूद सल्फर कम्पाउंड ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को कम करते है।

यूरिक एसिड भी करता है कंट्रोल: रोजाना लहसुन खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते जोड़ जॉइंट्स के सूजन कम कर जोड़ों के असहनीय दर्द से राहत दिलाते हैं। इसमें मौजूद एलिसिन नमक कंपाउंड यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: लहसुन में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसमें विटामिन सी और बी6, मैंगनीज और सेलेनियम भरपूर मात्रा में होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से सर्दी-जुकाम और फ्लू कम होती है। यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार जो लोग रोजाना लहसुन खाते हैं उनमें सर्दी-जुकाम होने के चांसेस 63% कम हो जाते हैं।

शरीर को रखता है गर्म: लहसुन की तासीर गर्म होती है। ऐसे में सर्दियों में इसका सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें एलिसिन नामक यौगिक होता है, जो इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार है। एलिसिन का गर्म प्रभाव रक्त प्रवाह को बढ़ाता है।

कब और कैसे खाएं?

कच्चे लहसुन का सेवन सुबह के समय करने से फायदा मिलता है। रोज़ाना आप 2 लहसुन का सेवन कर सकते हैं। इसलिए रात को सोने से पहले 2 लहुसन को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। अगर आपको किसी भी तरह की कोई एलर्जी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो पहले डॉक्टर से बात करें फिर इसे खाएं।

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