
Mid day meal मैन्यू में परिवर्तन
प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील योजना को बदल दिया है। स्कूल के बच्चों को ग्रीष्मकालीन छुट्टी के बाद नए स्वाद का अनुभव होगा। जो स्वस्थ होगा। पुरानी रेसिपी नहीं है। विद्यार्थियों को अब मिड-डे-मील में परांठा और दही मिलेगा।
जानकारी के अनुसार, दही के साथ मोटे अनाज के आटे से बना परांठा परोसा जाएगा। नये मैन्यू के तहत दिनों के हिसाब से स्कूलों में व्यंजन तैयार किया जाएगा।
मौलिक शिक्षा निदेशालय ने मिड डे मील की रेसिपी में बदलाव को लेकर पत्र जारी किया है। विद्यार्थियों को जल्द ही नई रेसिपी के अनुसार भोजन का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। शिक्षा विभाग ने गर्मियों में मध्याह्न भोजन में सफेद चना और मीठी मूंगफली के साथ दही परांठा भी जोड़ा है। नई रेसिपी में प्रोटीन भी महत्वपूर्ण है।
इसमें मिडिल और प्राथमिक कक्षाओं के लिए अलग-अलग शेड्यूल बनाया गया है।
जिले में 928 सरकारी विद्यालयों में बच्चों को मध्यम भोजन दिया जाता है। 62 हजार बच्चे इनमें खाते हैं। प्राथमिक कक्षा में प्रत्येक दिन सब्जी पुलाव, काला चना, घीया, चना दाल और रोटी, राजमा चावल, कढ़ी पकौड़ा चावल, गुड़ रोटी के साथ दही, परांठा दही, पौष्टिक सोया खिचड़ी, मीठा दलिया, चावल, सफेद चना, पौष्टिक चना और दाल खिचड़ी दी जाएगी।
सप्ताह में एक बार पौष्टिक मिस्सी परांठा दिया जाएगा, इसी तरह। दाल चावल, मूंग रोटी, मसूर दाल, मिस्सी रोटी और मौसमी सब्जी परोसी जाएगी।
गेहूं रागी, मीठे मूंगफली चावल और नमकीन दलिया मिलेंगे। ठीक उसी तरह, मध्य कक्षाओं के मैन्यू में हर दिन अलग-अलग भोजन होगा।
नई रेसिपी मौलिक शिक्षा निदेशालय से जारी की गई है, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) धर्मेंद्र चौधरी ने खंड शिक्षा अधिकारियों को बताया है। यह सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को सूचित किया गया है। अब बच्चों को सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील इसी रेसिपी से मिलेगा।