प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: पिछले पांच वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत आवंटित और व्यय किया गया बजट
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अंतर्गत पिछले पांच वर्षों के दौरान आवंटित और व्यय किए गए बजट का विवरण निम्नोक्त है:
वित्तीय वर्ष | आबंटन ( करोड़ रुपए में) | व्यय ( करोड़ रुपए में) |
2019-20 | 1,749.22 | 1,613.26 |
2020-21 | 1,534.39 | 1,514.76 |
2021-22 | 1,438.00 | 1,043.21 |
2022-23 | 739.26 | 233.26 |
2023-24 | 920.00 | 502.00 |
भारत सरकार के कौशल भारत मिशन (एसआईएम) के अंतर्गत, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय अपनी प्रमुख योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) को लागू कर रहा है। पीएमकेवीवाई के दो प्रशिक्षण घटक हैं, अर्थात्, लघु अवधि प्रशिक्षण (एसटीटी) और पूर्व शिक्षण की मान्यता (आरपीएल)। पीएमकेवीवाई -एसटीटी के अंतर्गत, उम्मीदवारों को देश भर में सूचीबद्ध प्रशिक्षण केंद्रों (टीसीएस) के माध्यम से लघु अवधि के पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। पीएमकेवीवाई -आरपीएल घटक के अंतर्गत, पूर्व शिक्षण अनुभव या कौशल प्राप्त व्यक्तियों का मूल्यांकन किया जाता है और उन्हें अभिविन्यास या ब्रिज पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्रमाणित किया जाता है।
पिछले पांच वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत पंजीकृत और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों की राज्य/वर्षवार संख्या अनुलग्नक-I में दी गई है।
यह जानकारी कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
source: https://pib.gov.in