Diabetes से पीड़ित लोगों के घावों को सूखने में अधिक समय क्यों लगता है? इससे बचने के लिए जानें

Diabetes के घावों से बचने के लिए जानें
Diabetes एक बीमारी है जो खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी है। वहीं, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को घाव भरने में काफी समय लगता है।
डायबिटीज एक बीमारी है जो खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी है। वक्त रहते बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। दुनिया भर में Diabetes से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। विशेष रूप से भारतीयों में, उनकी जिंदगी में आए अचानक बदलावों के कारण हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
Diabetes से पीड़ित व्यक्ति को दिल, त्वचा और अन्य बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। डायबिटीज से पीड़ित लोग हमेशा थके हुए, कमजोर और सुस्त रहते हैं। इस रोग से ब्रेक फंक्शन भी प्रभावित होते हैं। डायबिटीज से फंगल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। Diabetes से पीड़ित व्यक्ति को घाव या जख्म लग जाए तो उसे ठीक होने में काफी ज्यादा वक्त लगता है।
कमजोर इम्युनिटी
रिपोर्ट बताती है कि Diabetes से पीड़ित लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे उनमें फंगल रोगों का खतरा बढ़ जाता है। शरीर फंगल और बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता खो देगा। हाइपरग्लेसेमिया, न्यूट्रोफिल और मैक्रोफेज के फंक्शन को बहुत प्रभावित करती है।
घाव न भरने के कारण
क्रोनिक हाइपरग्लेसेमिया शरीर की सामान्य घाव भरने की क्षमता को बाधित करता है। ऐसे में मरीज को फंगल इंफेक्शन का बहुत अधिक खतरा होता है। Diabetes से पीड़ित लोगों को अक्सर पैरों में अल्सर की शिकायत होती है। इसका कारण न्यूरोपैथी और पेरिफेरियल वैस्कुलर डिजीज है।
व्हाइट ब्लड सेल्स
डायबिटीज मरीजों की इम्युनिटी कमजोर होने पर घाव भरने में काफी अधिक समय लगता है। व्हाइट ब्लड सेल्स इसमें धीरे-धीरे कम होने लगते हैं। यह केमोटेक्सिस है। फैगोसाइटोसिस प्रक्रिया है। फैगोसाइटोसिस में व्हाइट ब्लड सेल्स को नष्ट कर देती है।