AAP News: आम आदमी पार्टी ने घोषणा की कि वह दिल्ली में चुनाव अकेले लड़ेगी

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आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जैसा कि पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बताया। उनका कहना था कि अरविंद केजरीवाल ने पिछले दस वर्षों में जनता के लिए बहुत कुछ किया है और यही दिल्ली में पार्टी को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त है।

हरियाणा में कांग्रेस की पराजय ने दिल्ली की राजनीति पर सीधा प्रभाव डाला है। आम आदमी पार्टी ने घोषणा की है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से सहयोग नहीं करेगी। पार्टी अपने प्रयासों के दम पर चुनाव में उतरेगी और जीत हासिल करेगी। मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बहुत उत्साहित नहीं होने और चुनाव में मजबूती से उतरने का सुझाव दिया था।

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जैसा कि पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बताया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पिछले दस वर्षों में जनता के लिए बहुत कुछ किया है और यही दिल्ली में पार्टी को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त है। उन्हें किसी दूसरे दल का समर्थन या सहयोग नहीं चाहिए था। अरविंद केजरीवाल ने जनता का सहयोग और समर्थन पाया है, और यह उनके लिए पर्याप्त है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हर राज्य का चुनाव अलग होता है और वे किसी राज्य के चुनाव को दूसरे राज्य के चुनाव से जोड़कर नहीं देखना चाहतीं। लेकिन अरविंद केजरीवाल और अब आतिशी मारलेना की दिल्ली सरकार की प्रणाली को देखते हुए, उन्हें पूरा भरोसा है कि आम आदमी पार्टी एक बार फिर रिकॉर्ड बहुमत से सरकार बनाएगी।

भाजपा ने ली चुटकी

विपक्षी पार्टी का मानना है कि कांग्रेस ने हरियाणा का चुनाव अपने उच्च आत्मविश्वास के कारण खो दिया है। वह हरियाणा में डूब गई क्योंकि वह अपने नेताओं के आपसी विवाद से बच नहीं पाई। महाराष्ट्र से दिल्ली तक भारत के सहयोगी दल ने कांग्रेस पर आक्रामक रुख अपनाया है। शिवसेना, या उद्धव ठाकरे गुट, ने भी कांग्रेस को घेर लिया है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम से कांग्रेस के सभी सहयोगी दल ने हमलावर रुख अपनाया है। कांग्रेस ही अपने सहयोगियों की पोल खोल रही है। उन्होंने कहा कि शिवसेना और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस की आलोचना की है, जो साफ करती है कि कांग्रेस दूसरे दलों से लाभ ले रही है, लेकिन उन्हें कुछ नहीं दे रही है।

पूनावाला ने कहा कि इस तरह का अवसरवादी संगठन एक दूसरे का अपराध छिपाने के लिए बनाया गया था। इसे देर-सबेर टूटना ही था। उनका कहना था कि इस बार दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पूरी विदाई तय है। दिल्ली की जनता शराब घोटाले को अपने भाग्यविधाता नहीं मानना चाहती, इसलिए वह किसी भी तरह चुनाव लड़े, हार जाएगी।

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