AWS ने भारत में 8.3 अरब डॉलर का क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश करेगी, हजारों रोजगार के मौके पैदा होंगे 

AWS ने भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमता को और अधिक बढ़ाने के लिए एडब्ल्यूएस एशिया-प्रशांत (मुंबई) क्षेत्र में क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 8.3 अरब डॉलर का निवेश करने की अपनी योजना की घोषणा की।

AWS ने भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमता को बढ़ाने के लिए एडब्ल्यूएस एशिया-प्रशांत (मुंबई) क्षेत्र में क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 8.3 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना की घोषणा की है। यह निवेश एडब्ल्यूएस के 2030 तक भारत में 12.7 अरब डॉलर के बड़े नियोजित निवेश का एक हिस्सा है, जो मई 2023 में घोषित किया गया था। प्रेस विज्ञप्ति में अमेजन की क्लाउड कंप्यूटिंग इकाई ने कहा “एडब्ल्यूएस ने भारत में क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमता का और विस्तार करने के लिए महाराष्ट्र में एडब्ल्यूएस एशिया-प्रशांत (मुंबई) क्षेत्र में क्लाउड के इंफ्रास्ट्रक्चर में 8.3 अरब डॉलर का निवेश करने की अपनी योजना की घोषणा की।‘’

GDP को लाभ होगा

इस निवेश से भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 15.3 अरब डॉलर का योगदान होगा। 2030 तक, स्थानीय डेटा सेंटर सप्लाई चेन में 81,300 से अधिक पूर्णकालिक नौकरियां पैदा होंगी। दावोस में विश्व आर्थिक मंच पर, महाराष्ट्र सरकार और एडब्ल्यूएस ने निवेश योजना को औपचारिक रूप से शुरू किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘‘जैसा कि हम डेटा सेंटर के लिए वैश्विक राजधानी बनने के अपने दृष्टिकोण की ओर बढ़ रहे हैं। यह समझौता हमारे राज्य के प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, साथ ही नवाचार, अर्थव्यवस्था की वृद्धि और नए अवसर भी पैदा करेगा। हम डेटा सेंटर के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए दृढ़ हैं। इस तरह के परिवर्तनकारी निवेश से महाराष्ट्र का डिजिटल भविष्य सुधरेगा।‘’

निवेश पहले भी किया है

2016 से 2019 के बीच, AWS ने महाराष्ट्र में क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 3.7 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। अमेजन में वैश्विक सार्वजनिक नीति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डेविड जैपोलस्की ने कहा, ‘‘डब्ल्यूएस में हम क्लाउड और AI की बढ़ती मांग के साथ आने वाले वर्षों में भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के फलने-फूलने की जबरदस्त संभावना देखते हैं। यही कारण है कि हम 2030 तक महाराष्ट्र में क्लाउड के बुनियादी ढांचे में 8.3 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहे हैं।’’

Exit mobile version