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Devendra Yadav ने कहा, “दिल्ली वालों के बदले AAP नेताओं को पार्टी की छवि बचाने की चिंता है।”

Devendra Yadav का कहना है कि आप (AAP) नेताओं की चिंता दिल्ली वालों की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे पार्टी के नेताओं को जेल से बाहर निकालने की है।

Delhi राजनीति: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि चाणक्यपुरी में 15 वर्षीय एक किशोर पानी में डूबने से मर गया। किराड़ी क्षेत्र के प्रेम नगर में 40 वर्षीय व्यक्ति को करंट लगने से मौत हो गई। उन्होंने कहा कि आप (AAP) के पूर्व मंत्री और नेता मनीष सिसोदिया पदयात्राएं निकालकर पार्टी की खराब छवि को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, मरते लोगों की घटनाओं को नजरअंदाज करते हुए।

“आम आदमी पार्टी दिल्ली की समस्याओं को हल करने की बजाय ‘सीएम केजरीवाल आएगा’ की रिहाई के लिए अभियान शुरू करना चाहती है,” देवेन्द्र यादव ने कहा।जबकि दिल्ली सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को जनता जान चुकी है। उनका कहना था कि राजधानी में नागरिक सुविधाओं का बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है, जिस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

बिजली करंट से 20 की मौत

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि न तो मनीष सिसोदिया और न ही जल मंत्री आतिशी को राजधानी में जल जमाव की चिंता है। आज की बारिश से दिल्ली के कई क्षेत्र पानी में डूब गए, और अधिकारी चाणक्यपुरी में 15 वर्षीय लड़के की मौत की जिम्मेदारी लेने से बच रहे हैं। दिल्ली के कोई भी मंत्री ने न तो ट्रैफिक जाम और जलजमाव वाली सड़कों में फंसे लोगों की दुर्दशा देखने की कोशिश कर रहा है, न ही अधिकारियों की गलतियों के कारण मरने वालों के निकट और उनके प्रियजनों से मिलने की कोशिश की है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले डेढ़ महीने में करंट लगने से 20 से अधिक मौतें हो चुकी हैं. दिल्ली सरकार और बिजली वितरण कंपनियां ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए बिना सिर्फ मूकदर्शक बनी हुई हैं.

“दिल्ली की सत्ता अयोग्य नेताओं के हाथ में है”

देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्लीवासियों का दुःख है कि बिना किसी प्रशासनिक अनुभव के राजनीतिक लोग पिछले दस वर्षों से शासन चला रहे हैं, जिनमें से अधिकांश विधायक, पार्षद और मंत्रीमंडल के सदस्य भ्रष्टाचार के कारण जेल में हैं। उनका कहना था कि दिल्ली सरकार जलजमाव, जल संकट, बिजली कटौती, वायु और जल प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दों को हल करने में विफल रही है।

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