Udit Raj ने कहा, “लास्ट में आप विधायकों की यह समझ हुई कि जब लोग लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देंगे तब हो सकता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में AAP के लिए वोट नहीं करेंगे।”‘
Udit Raj: कांग्रेस नेता उदित राज ने दिल्ली की नॉर्थ-वेस्ट लोकसभा सीट से हार का दर्द व्यक्त किया है। उदित राज ने कहा, ‘दिल्ली बीजेपी के अंदरुनी सर्वे में मैं जीतूंगा। मेरी ही पार्टी ने मुझे अंदरूनी नुकसान पहुंचाया। उदित राज ने आगे कहा, “लास्ट में आप विधायकों की यह समझ हुई कि जब लोग लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देंगे, तो हो सकता है कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव में AAP के लिए वोट नहीं देंगे।”
मेरे खिलाफ कम से कम दो महीने तक उत्तर-पश्चिम दिल्ली में साजिश चलती रही। कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर एंटी-ब्राह्रमण और एंटी-जाट अभियान चलाया और मुझे बाहरी बताया। बीजेपी ने कोई गलत काम नहीं किया है। दिल्ली में कई कांग्रेसी हैं, स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर, लेकिन बीजेपी ने किसी भी तरह का विरोध नहीं किया, लेकिन हमारी पार्टी के ही सदस्यों ने मेरे खिलाफ कार्ड खेला। कांग्रेस में नुकसान करने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बीजेपी के अंदरुनी सर्वे में मैं जीत रहा था मुझे मेरी ही पार्टी ने नुकसान पहुंचाया।’
लोकसभा चुनाव के नतीजे आए लगभग एक महीने से अधिक समय बीत गया है। आप और कांग्रेस ने गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था। इससे आम आदमी पार्टी ने चार सीटों पर और कांग्रेस ने तीन सीटों पर चुनाव जीता था। बीजेपी ने दिल्ली की सभी सातों सीटें जीतीं।
इंडियन जस्टिस पार्टी को स्थापित करने वाले उदित राज ने 2014 में बीजेपी में विलय कर दिया था। 2014 से 2019 तक वह उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद रहे। बाद में उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। उदित राज को कांग्रेस ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली से चुनाव में उतारा था।
AAP पर हार का ठीकरा
दिल्ली में अपने तीनों प्रत्याशियों को हराने के बाद, कांग्रेस इस हार पर विचार कर रही है। दिल्ली में कांग्रेस ने उदित राज, जेपी अग्रवाल और कन्हैया कुमार को तीन सीटों पर प्रत्याशी बनाया था। कांग्रेस ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया था। तीनों नेताओं ने आम आदमी पार्टी को हार का दोषी ठहराया है। इन नेताओं ने कहा कि आप ने चुनाव प्रचार में उनका साथ नहीं दिया था। प्राप्त सूचना के अनुसार, कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंप दी है।