Gudi Padwa 2025: गुड़ी पड़वा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए? जानें महत्वपूर्ण नियम

Gudi Padwa 2025: हर साल चैत्र मास की शुक्ल की प्रतिपदा तिथि को गुड़ी पड़वा मनाया जाता है।

Gudi Padwa 2025: इस दिन ब्रह्मा और विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए। इस दिन भी कुछ विशिष्ट नियमों का पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं उन कामों के बारे में जो इस दिन वर्जित माने गए हैं।

हिंदू धर्म में गुड़ी पड़वा का एक विशिष्ट महत्व है। गुड़ी पड़वा का त्योहार हर साल चैत्र मास की शुक्ल की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। महाराष्ट्र इस त्योहार पर बहुत व्यस्त है। लोग घर साफ करते हैं। नवीनतम पारंपरिक कपड़े पहनते हैं। पारंपरिक भोजन बनाकर खाते हैं। घर पर रंगोली बनाओ। महाराष्ट्र में इस पर्व को नए साल की शुरुआत का प्रतीक मानते हैं।

भगवान ब्रह्मा और विष्णु की पूजा का विधान

गुड़ी पड़वा पर भगवान विष्णु और ब्रह्मा दोनों को पूजा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, जो भी इस दिन भगवान का पूजन करता है और कुछ नियमों का पालन करता है, उसे पूरे वर्ष खुशी और अच्छी सेहत का वरदान मिलता है। यही नहीं, विधिपूर्वक भगवान का पूजन करने पर हर मनोरथ पूरा होता है। हिंदू धर्मशास्त्र कहते हैं कि इस दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस दिन क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए।

गुड़ी पड़वा कब शुरू होता है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, 29 मार्च को चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शाम 4 बजकर 27 मिनट पर होगी। वहीं, 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा। हिंदू धर्म में उदयातिथि स्वीकार्य है। इसलिए 30 मार्च को गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन चैत्र नवरात्रि भी शुरू होती है।

गुड़ी पड़वा पर क्या करना चाहिए?

गुड़ी पड़वा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शरीर पर उबटन लगाना चाहिए फिर स्नान करना चाहिए. पहले गणेश भगवान की पूजा करनी चाहिए. इसके बाद भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी की विधि -विधान से पूजा करनी चाहिए. 108 बार ॐ ब्रह्मणे नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. साथ ही मां दुर्गा का ध्यान लगाना चाहिए. पूजा से पहले पूजा के बाद पूरे घर में गंगाजल छिड़कना चाहिए. नीम के पत्ते का चूर्ण बनाकर उसमें नमक, हींग, जीरा, काली मिर्च, अजवाइन और मिश्री डालकर खाना चाहिए. दुकान या व्यापार वाली जगह के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ हरिद्रा के कुछ दाने डाल देने चाहिए. इस दिन गुड़ी नाम की ध्वजा फहरानी चाहिए.

गुड़ी पड़वा के दिन न करें ये काम?

गुड़ी पड़वा के दिन नाखून नहीं काटने चाहिए. साथ ही दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए. पूजा-पाठ में गलतियां नहीं करनी चाहिए. दिन में सोना नहीं चाहिए. इस दिन मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए.

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