India Budget 2024: वित्त मंत्री सीतारमण ने अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की, मोदी 3.0 के पहले बजट से कंसलटेशन का दौर शुरू हुआ

India Budget 2024: आज से प्री-बजट कंसलटेशन शुरू हो गया है। गुरूवार को वित्त मंत्री बिजनेस जगत के लोगों से चर्चा करेंगी।

Union Budget 2024: मोदी 3.0 के पहले आम बजट को लेकर बहस शुरू हो गई है। नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहली बजट पूर्व बैठक में देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों से जुलाई में पेश होने वाले बजट पर उनके विचारों को सुनाया। वित्त मंत्रालय के अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए।

बजट पर मंथन!

बजट पूर्व बैठकों का क्रम आज से शुरू हो चुका  है। गुरुवार 20 जून को, वित्त मंत्री उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से बैठक करेंगे, जिसमें वे बजट को लेकर उनके सुझावों को सुनेंगे। वित्त मंत्री प्री-बजट बैठकों में कृषि सेक्टर के एक्सपर्ट्स, लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों और बैंकिंग क्षेत्र के रेग्यूलेटर्स भी शामिल हो सकते हैं। वित्त मंत्री खुद 22 जून को जीएसटी काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। उसी दिन, वित्त मंत्री राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ प्री-बजट मीटिंग करेंगे और उनके सुझाव लेंगे।

बजट से पहले मंगलवार को रेवेन्यू सेक्रेटरी की बैठक हुई

बजट को लेकर बिजनेस चैंबर्स के प्रतिनिधियों से पहले मंगलवार 18 जून को राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने बैठक की थी। सीआईआई बिजनेस चैंबर ने बजट में 20 लाख रुपये तक सालाना आय वालों को टैक्स में मामूली राहत देने की मांग की है, जो रेवेन्यू सेक्रेटरी को भेजी गई है। साथ ही पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर दोनों ही ईंधन को सस्ता करने की मांग की गई है जिससे महंगाई से राहत दिलाई जा सके.

डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स (Direct and Indirect Tax) को लेकर फिक्की ने रेवेन्यू सेक्रेटरी को अपने सुझाव सौंपें हैं, जिसमें TDS रेट स्ट्रक्चर को तर्कसंगत बनाने की मांग की गई है। फिक्की ने टीडीएस पेमेंट पर केवल तीन दरों की व्यवस्था सुझाई है। जिसमें सैलेरी पर स्लैब रेट के हिसाब से टीडीएस, लॉटरी-ऑनलाइन गेम्स पर मैक्सिमम मार्जिनल रेट और दूसरे कैटगरी के लिए दो टीडीएस रेट लागू किए जाएँ। इससे टैक्सपेयर्स पर लागू करने का दबाव कम होगा। फिक्की ने भी कैपिटल गेन स्ट्रक्चर को सरल बनाने का सुझाव दिया है।

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