Tupperware Bankruptcy: Tupperware, जो रंग बिरंगे टिफिन बॉक्स बनाती थी, आज दिवालिया हो गई! कर्ज के बोझ में कंपनी

Tupperware Bankruptcy Update: टपरवेयर ने डेलावेयर डिस्ट्रिक्ट के बैंकरप्सी कोर्ट में दिवालिया घोषित करने  के लिए आवेदन किया है।

Tupperware Bankruptcy Update: टपरवेयर (Tupperware) के रंग बिरंगे टिफिन बॉक्स, लंच बॉक्स या पानी का बॉटल अभी भी सड़कों, मेट्रो, बसों या अपनी कार से उतरकर दफ्तर जाते लोगों के हाथों में हैं। लेकिन टिफिन बॉक्स बनाने वाली टपरवेयर अब दिवालिया घोषित होने के लिए तैयार है। टपरवेयर ब्रांड्स और उसकी सब्सिडियरी ने डेलावेयर के बैंकरप्सी कोर्ट में दिवालिया घोषित करने की मांग की है।

खस्ताहाल हुई वित्तीय हालत

टपरवेयर केवल रंगीन लंच बॉक्स या टिफिन बॉक्स नहीं बनाती, बल्कि खाना पकाने के लिए एयरटाइट फूड आइटम भी बनाती है। लेकिन कंपनी की आर्थिक स्थिति पिछले कुछ वर्षों में बहुत खराब हो गई है। कंपनी की वित्तीय स्थिति पिछले कुछ सालों में कठिन मैक्रोइकोनॉमिक परिस्थितियों से बहुत बुरी तरह प्रभावित हुई है, जैसा कि कंपनी के प्रेसीडेंट और सीईओ लॉरी एन्न गोल्डमैन ने बताया।

लागत में बढ़ोतरी और सेल्स में गिरावट बनी परेशानी

कोरोनावायरस महामारी के दौरान घर में रहने वालों ने एयरटाइट प्लास्टिक कंटेनर्स की मांग बढ़ा दी। इसके बाद कंपनी की बिक्री में बड़ा इजाफा हुआ। लेकिन महामारी के बाद से, कच्चे माल जैसे प्लास्टिक रेजिन की कीमतों में तेज उछाल के साथ लेबर और माल ढुलाई की कीमतें बढ़ गईं, जिससे कंपनी अपने ऑपरेटिंग मार्जिन से बाहर निकल गई है। टप्परवेयर ने अगस्त 2024 में भी नगदी संकट का हवाला दिया था।

1950 के दशक में लोकप्रिय हो गई थी टपरवेयर

टपरवेयर ने लंबे समय से लेंडर्स से बातचीत की है कि उस पर लगभग 700 मिलियन डॉलर (यानी 5880 करोड़ रुपये) का कर्ज है। कंपनी ने अब दिवालिया घोषित करने का आवेदन किया है। 1950 के दशक में, पोस्ट-वार जेनरेशन की पीढ़ी की महिलाओं ने स्वतंत्रता और सशक्तिकरण की मांग करते हुए टपरवेयर पार्टियां बनाने लगी। अर्ल ट्यूपर ने 1942 में अमेरिकी कंपनी टपरवेयर की स्थापना की।

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