Lok Sabha Speaker election: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि स्पीकर सर्वसम्मति से चुना जाता है क्योंकि वह पूरे सदन का होता है न कि किसी एक पार्टी का।
Harsimrat Kaur ने स्पीकर को घेर लिया: सत्ता पक्ष और विपक्षी दल लोकसभा स्पीकर चुनाव पर सहमति नहीं हो पाई हैं। इसके लिए अब मतदान होगा। पंजाब से शिरोमणि अकाली दल के सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि स्पीकर के लिए वोटिंग वोटिंग कोई अच्छी शुरुआत नहीं मानी जा सकती है। उनका कहना था कि प्रक्रिया विफल हो गई है।
SAD सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, “स्पीकर हमेशा सर्वसम्मति से चुना जाता है क्योंकि वह किसी पार्टी का नहीं होता, वह पूरे सदन का होता है।” मैं जानती हूँ कि यह पहली बार है कि स्पीकर पद के लिए वोटिंग होगी।
स्पीकर पद को लेकर हरसिमरत कौर ने क्या कहा?
बाद में उन्होंने कहा, “स्पीकर पद के लिए वोटिंग होना कोई अच्छी शुरुआत तो नहीं है। सत्ताधारी दल के पास संख्या होने पर, केवल इंडिया ब्लॉक ही जान सकता है कि प्रक्रिया क्यों तोड़ी जा रही है। स्पीकर और डिप्टी स्पीकर अलग-अलग कार्य करते हैं। दोनों को मिलाना नहीं चाहिए। अब इंडिया ब्लॉक ही बता सकता है कि वह क्या कर रहा है और क्यों कर रहा है; हम इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।”
स्पीकर पद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने
सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने मौजूदा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को फिर से स्पीकर पद के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है, जिसमें सरकार और विपक्षी दल के बीच कोई समझौता नहीं हुआ। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल ने के. सुरेश को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए उतारा है। अब यह लगभग तय माना जाता है इस बार बुधवार को लोकसभा स्पीकर के लिए मतदान होगा।
एनडीए गठबंधन सदन में संख्या बल के हिसाब से मजबूत है। NDA के प्रत्याशी ओम बिरला आसानी से जीत सकते हैं। यह केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद लोकसभा में सरकार और विपक्ष के बीच पहला संघर्ष होगा। सत्तारूढ़ बीजेपी ने मंगलवार (25 जून) को तेजी से चले सियासी घटनाक्रम में सहयोगी दलों के साथ चर्चा के बाद ओम बिरला को लोकसभा के नए अध्यक्ष के उम्मीदवार के तौर पर चुना।
ओम बिरला ने मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। वहीं, विपक्ष डिप्टी स्पीकर के पद की मांग पर अड़ा हुआ है.