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Petrol-Diesel Price Cut: 3 साल में सबसे सस्ता कच्चा तेल, डीजल और पेट्रोल से आम लोगों को कब राहत मिलेगी?

Petrol-Diesel Price Cut: हाल ही में खबरें आईं कि सरकार आम लोगों को डीजल और पेट्रोल पर छूट दे सकती है। अब कच्चे तेल की कीमत में वृद्धि और गिरावट से इसकी उम्मीद बढ़ गई है..।

कच्चे तेल के विदेशी मूल्य में भारी गिरावट आई है। भारत में कच्चे तेल की कीमतों में हुए इस बदलाव से आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक बार फिर से गिरावट आने की संभावना बढ़ी है, क्योंकि कच्चा तेल की कीमतें कई सालों के निचले स्तर पर आ गई हैं।

सालों बाद 70 डॉलर से नीचे आया भाव

AFP की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेंट क्रूड का मूल्य मंगलवार को 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया। दिसंबर 2021 के बाद कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर से भी कम हुई है। AFP के अनुसार, दुनिया भर में अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम होने की चिंता बढ़ी है। इन चिंताओं ने कच्चे तेल की डिमांड को कम किया है, जिसका असर कीमतों पर दिख रहा है.

मंगलवार को कच्चा तेल की कीमत इतनी घटी

मंगलवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत 3.7 प्रतिशत गिरकर 69.15 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव भी 4.1 प्रतिशत गिरकर 65.90 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। तीन साल में यह कच्चे तेल का सबसे कम स्तर है। इससे अनुमान लगाया जाता है कि सरकारी तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल के खुदरा भाव में कमी करने पर विचार करेंगे।

लेकिन आज कच्चे तेल की कीमत तेजी से बढ़ रही है। बुधवार को वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 1.49 प्रतिशत की तेजी के साथ 66.73 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था, जबकि ब्रेंट क्रूड 70.22 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था।

6 महीने पहले दाम में कटौती हुई थी

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम देश में डीजल और पेट्रोल खुदरा बेचते हैं। तीनों कंपनियों की डीजल और पेट्रोल की लागत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव पर निर्भर करती है। लगभग छह महीने से पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्य में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 14 मार्च 2024 को आम लोगों को अंतिम राहत दी गई। उस समय पेट्रोल और डीजल के दाम 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी।

कई राज्यों में चुनाव होंगे

डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बदलाव को भी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। देश में पिछली बार मार्च 2024 में लोकसभा चुनाव हुए थे, जब मूल्यों में कटौती हुई थी। कई राज्यों में अभी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसलिए सरकार एक बार फिर से लोगों को राहत दे सकती है। दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर है। साथ ही, देश के कई राज्यों में डीजल और पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गई हैं।

बड़ी गिरावट पिछले सप्ताह से जारी है

वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल का भाव लगातार गिर रहा है। पिछले सप्ताह वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव लगभग 6% गिरा था, जबकि ब्रेंट क्रूड का भाव लगभग 8% गिरा था। इस सप्ताह भी कच्चे तेल की कीमतें गिरी हैं। आज की अर्थव्यवस्था का संकेत है कि कच्चा तेल और सस्ता हो सकता है। तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती करने से अनुमानित सहायता फिलहाल नहीं मिली है। ओपेक प्लस में शामिल देशों ने उत्पादन बढ़ाने की योजना को अक्टूबर से नवंबर तक टालने पर समझौता कर लिया है। कुल मिलाकर, होली के बाद अब दशहरा-दिवाली से पहले डीजल-पेट्रोल की कीमतों में एक और गिरावट की मजबूत संभावनाएं बनी हुई हैं.।

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